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गया में 462 वीएचएसएनडी सत्र स्थलों पर मिल सकेगी आमलोगों को ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श

तैयारियों में जुटा स्वास्थ्य विभाग, अपर कार्यपालक निदेशक ने जूम मीटिंग कर की समीक्षा:

गया(बिहार)जिला में 18 फरवरी से टेलीमेडिसीन कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला के सभी 24 प्रखंडों में ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस पर होने वाली टेलीमेडिसीन कार्यक्रम को लेकर योजना तैयार की गयी है। जिला में 462 वीएचएसएनडी सत्र स्थल तैयार किये गये हैं। इन सभी सत्र स्थलों से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपनी स्वास्थ्य संबंधी चिकित्सीय परामर्श ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। गुरुवार को ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन कार्यक्रम के शुभारंभ की तैयारियों को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा भी करेंगे। वहीं बुधवार को अपर कार्यपालक निदेशक अनिमेष कुमार पराशन ने भी जूम मीटिंग कर स्वास्थ्य अधिकारियों को तैयारियों के विषय में आवश्यक निर्देश भी दिये।

वीएचएसएनडी सत्र स्थल पर मिलेगी टेलीमेडिसीन सुविधा:
स्वास्थ्य​ विभाग द्वारा जिला के विभिन्न प्रखंडों में वीएचएसएनडी साइट तैयार किया गया है जहां पर टेलीमेडिसीन चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध होगी। आमस प्रखंड में पांच वीएचएसएनडी स्थल, अतरी में 11, बांकेबाजार में 14, बाराचट्टी में 16, डोभी में 14, गुरारू में 12, गुरुआ में 23, इमामगंज में 21, खिजरसराय में 30, मानपुर में 20, बथानी में 10, टनकुप्पा में 3, मोहरा मे 16, बोधगया में 26, बेलागंज में 39, मोहनपुर में 25, टेकारी में 30, वजीरगंज में 28, परैया में 15, शेरघाटी में 18, टॉउन ब्लॉक में 24, डुमरिया में 18, कोंच में 22 और फतेहपुर प्रखंड में 22 वीएचएसएनडी सत्र स्थल तैयार किये गये हैं। सभी प्रखंडों में हब तथा स्पोक्स तैयार किये गये हैं। स्पोक्स के रूप में वीएचएसनीडी सत्र स्थल होंगे ​तथा हब के रूप में अनुमंडलीय अस्पताल सहित सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदि होंगे। हब वह जगह होती जहां चिकित्सक मौजूद होते तथा स्पोक्स वह जगह होती जहां पर मरीज आकर आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर पाते हैं। सभी हब एवं स्पोक्स पर चिकित्सीय परामर्श में उपयोग किया जाने वाला टैब, थर्मोफ्लास्क एवं मेडिसीन किट उपलब्ध होंगे।

एईडी ने बिहार को रोल मॉडल बनाने की कही बात:
18 फरवरी से ई-संजीवनी टेलीमेडिसीन कार्यक्रम के शुभारंभ को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के अपर कार्यपालक निदेशक अनिमेष कुमार पराशर ने बुधवार को जूम मीटिंग कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में जिला सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, डीपीएम सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे। अपर कार्यपालक निदेशक ने कहा कार्यक्रम के शुभारंभ से पूर्व भलीभांति तैयारियों को सीएस अपने स्तर से देखें। जिला स्तर से सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं डीपीएम सहित सभी अन्य स्वास्थ्य अधिकारी टीम बनाकर सत्र स्थलों का निरीक्षण करें। सभी आवश्यक वस्तुओं की चेकलिस्ट बना कर उसे उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। कहा कि बिहार में टेलीमेडिसीन कार्यक्रम को एक रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें। इससे अस्पतालों के ओपीडी पर दबाव भी कम होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि 18 फरवरी को ड्राई रन के तौर पर कम से कम एक चिकित्सीय परामर्श जरूर करें। चिकित्सक समय पर लॉगिन करें। इसके साथ ही पंचायती राज संस्था के सदस्यों को भी पूरी प्रक्रिया का प्रदर्शन कर टेलीमेडिसीन कार्यक्रम की जानकारी दें। समुदाय के बीच टेलीमेडिसीन से होने वाली सुविधाओं के बारे में बताया जाये। इंटरनेट की सुविधा मौजूद रहे, इसे सुनिश्चित कराया जाये।