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दवाओं के बेहतर रख-रखाव व भंडारण की व्यवस्था को किया जायेगा सुदृढ़

  • स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में दवाओं के वितरण व प्रबंधन सिस्टम की मजबूती पर हुई चर्चा
  • दवा भंडार गृह के अद्यतन स्थिति की नियमित होगी समीक्षा

अररिया(बिहार)सरकारी चिकित्सा संस्थानों में दवाओं के बेहतर रख-रखाव की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ तकनीकी व्यवस्था के साथ दवा भंडारण के रिकार्ड के अपडेट किये जाने को लेकर सिविल सर्जन की अध्यक्षता में गुरुवार को विशेष बैठक बुलाई गयी। इसमें भंडारपाल, पीएचसी के अनुश्रवण व मूल्यांकण पदाधिकारी, सहायक डाटा इंट्री ऑपरेटर सहित अन्य ने भाग लिया। बैठक में डीआईओ डॉ मोईज, डीपीएम रेहान असरफ, डीएमई सभ्यसांची पंडित, डीटीएल केयर पर्णा चक्रवती सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में दवा भंडार की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गयी।इसमें जरूरी दवाओं की मांग को पूरा करने, इसके रख-रखाव व एक्सपाइरी दवाओं के प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की गयी।

विद्यालयों में होगा आयरन गोली का वितरण:
समीक्षा के क्रम में पाया गया कि चिकित्सा संस्थानों में बड़ी मात्रा में फोलिक एसीड की दवा का स्टॉक मौजूद है। बताया गया कि कोरोना संक्रमण काल में विद्यालयों में आयरन की इस गोली का वितरण प्रभावित हुआ। लिहाजा इसका पर्याप्त स्टॉक दवा भंडारगृहों में है। जल्द ही इसका उपयोग नहीं होने पर दवा एक्सपाइर होने की संभावना है। इसे देखते हुए जल्द ही इस दिशा में वरीय अधिकारियों का मागदर्शन प्राप्त कर स्कूलों में दवा का वितरण सुनि श्चित कराने का निर्णय लिया गया।

दवा स्टॉक के अद्यतन स्थिति की होगी नियमित समीक्षा:
बैठक में ये निर्णय लिया गया कि सभी पीएचसी में हर गुरुवार स्टॉक कीपर, फार्मासिस्ट, दवा भंडार गृह में उपलब्ध दवाओं का वेरिफिकेशन करेंगे।स्टॉक के फिजिकल वैरिफिकेशन के उपरांत दवा भंडार के अद्यतन स्थिति की समीक्षा के लिये एमओआईसी, एमओ, विभिन्न चिकित्सकीय विभाग के प्रभारी, स्टोर कीपर, फार्मासिस्ट व केयर के प्रखंड समन्वयक की बैठक आयोजित की जाएगी।बैठक की कार्रवाई से संबंधित प्रतिविदेन जिला कार्यालय को उपलब्ध कराया जायेगा।दवा भंडार की समीक्षा के लिये हर 15 दिन के उपरांत जिलास्तर पर बैठक आयोजित करने का निर्णय बैठक में लिया गया।सिविल सर्जन की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में डीपीएम, डीएमई, केयर के डीटीएल,फर्मेसिस्ट सहित अन्य की मौजूदगी में दवा की उपलब्धता, इसके वितरण से संबंधित मामलों की समीक्षा की जायेगी।

अतिआवश्यक दवाओं का एक्सवाइर होना चिंताजनक:
बैठक को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ रूपनारायण कुमार ने कहा कि कुछ दवाएं ऐसी होती है। जिसका उपयोग कम होता है। लेकिन किसी तरह के आपात परिस्थितियों से निपटने के लिये स्वास्थ्य केंद्रों पर इसकी उपलब्धता बेहद जरूरी है।उन्होंने कहा कि एक्सपाइर हो रही दवाओं को लेकर घबराने की कोई बात नहीं लेकिन अतिआवश्यक दवाएं भी अगर स्टॉक में पड़े-पड़े एक्सपाइर हो रही है तो ये चिंताजनक है। लिहाजा हमें जो दवा पहले प्राप्त हुआ है, इसकी खपत प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिये।