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आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम-स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण

स्वास्थ्य,पोषण और शिक्षा से संबंधित कार्यक्रमों को लेकर बैठक का किया गया आयोजन: बीडीओ

जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के मार्गदर्शन में सकारात्मक सुधार: पिरामल स्वास्थ्य

पूर्णिया(बिहार)आकांक्षी कार्यक्रम अंतर्गत जिले में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी कुंदन कुमार और सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी के द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। धरातल पर शत प्रतिशत उतारने को लेकर संबंधित प्रशासनिक अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और सहयोग करने वाली अन्य संस्थाएं भी प्रयासरत रहती हैं। ताकि जिले का नाम राज्य में पहले पायदान पर अंकित हो। इसी को लेकर आकांक्षी कार्यक्रम अंतर्गत प्रखंड श्री नगर के प्रखंड विकास कार्यालय के सभागार में कार्यक्रम संचालन को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्थानीय प्रखंड विकास पदाधिकारी शमशेर मल्लिक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिवाकर राजपाल, बीपीआरओ अशोक कुमार, सीडीपीओ बसंती पासवान, जीविका के बीपीएम मंजूर अहमद, पिरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा से संबंधित कार्यक्रमों को लेकर बैठक का किया गया आयोजन: बीडीओ
प्रखंड विकास पदाधिकारी शमशेर मल्लिक ने कहा कि जिलाधिकारी कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में आकांक्षी कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य और शिक्षा सहित सभी तरह के कार्यक्रमों को संचालित किया जाता है। ताकि सरकार प्रायोजित योजनाओं में शत प्रतिशत सफ़लता हासिल की जा सके। वहीं स्थानीय त्रिस्तरीय पंचायती राज से जुड़े सभी जनप्रतिनिधियों की सामुदायिक स्तर पर बैठक का आयोजन कर विभिन्न कार्यक्रमों खासकर स्वास्थ्य विभाग से संबंधित जानकारी दिए जाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। ताकि अपने अपने क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की योजनाएं या कार्यक्रमों को शत प्रतिशत उतारा जा सके।

जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के मार्गदर्शन में सकारात्मक सुधार: पिरामल स्वास्थ्य
पिरामल स्वास्थ्य की ओर से आकांक्षी जिले के कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार ने कहा कि आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी कुंदन कुमार के दिशा निर्देश और सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों को बेहतर ढंग से संचालित किया जा रहा है। लेकिन अभी भी सुधार की आवश्यकता है। जिसको लेकर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संस्थागत प्रसव को लेकर प्रसव पूर्व जांच, एनीमिया मुक्त अभियान को लेकर आयरन की 180 गोली, आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भ्रमण के दौरान कुपोषित बच्चों की पहचान करना, आगामी मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम, 20 सितंबर से एमडीए अभियान, टीबी मुक्त अभियान को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।