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ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सारण के कई शिक्षकों को किया गया सम्मानित

शिक्षकों को ही छात्रो में संस्कार की नींव डालने की जिम्मेदारी: प्रो अमरनाथ

शिक्षा और क्षमा करने के साथ ही कल्याण की भावना रखने वाला ही संपूर्ण शिक्षक: बीके अनामिका बहन

छपरा(बिहार)शिक्षक दिवस के अवसर पर छपरा शहर स्थित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा सारण के कई जाने माने शिक्षकों को ब्रह्माकुमारी अनामिका बहन और उनके सहयोगियों द्वारा सम्मानित किया गया। समस्त अतिथियों एवं विभिन्न स्थानों से आमंत्रित शिक्षकगणों का राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अनामिका बहन सहित अन्य बहनों द्वारा संयुक्त रूप से तिलक लगाकर, पुष्पगुच्छ व शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया। मुख्य रूप से जगदम महाविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ.अमरनाथ प्रसाद, शहर की सम्मानित समाजसेविका सह निजी विद्यालय की संस्थापिका डॉ. अंजली सिंह, कन्या उच्च विद्यालय की शिक्षिका प्रियंका कुमारी, सारण एकेडमी की शिक्षिका कंचन बाला, डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. संजीव कुमार सिंह, डॉ. मृणाल आनंद, डॉ. दिलीप कुमार, डॉ. अमित कुमार लाभ, डॉ. जय प्रकाश सिंह को सम्मानित किया गया है।

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अनामिका बहन के द्वारा स्वागत भाषण एवं जिला मुख्यालय स्थित कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की संगीत शिक्षिका प्रियंका कुमारी और सारण एकेडमी की संगीत शिक्षिका कंचन बाला के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी वीणा बहन, खुशबू बहन, प्रियांशु बहन, प्रिया बहन, पिंकी बहन, अलका बहन, नीतू बहन, पूनम बहन, प्रिंस और अर्जुन भाई सहित कई अन्य बहन और भाई उपस्थित थे।

शिक्षा और क्षमा करने के साथ ही कल्याण की भावना रखने वाला ही संपूर्ण शिक्षक: बीके अनामिका बहन

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अनामिका बहन ने ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तहत संचालित सेवा केंद्र में शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी अतिथियों के आगमन पर अपनी खुशी व्यक्त की और शिक्षक के अर्थ को परिभाषित करते हुए कहा कि शिक्षा देने वाला,क्षमा करने वाला,कल्याण की भावना रखने वाला ही संपूर्ण शिक्षक होता है। आज की चकाचौंध भरी दुनिया में जहां लोग आधुनिक परिवेश में नजर आते है। वहीं सत्यम शिवम सुंदरम के इस भाव को व्यक्त करते हुए प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा हमें सिखाया जाता है कि सत्य के मार्ग पर चलकर ही हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।

शिक्षकों को ही छात्रो में संस्कार की नींव डालने की जिम्मेदारी: प्रो अमरनाथ
जगदम महाविद्यालय में अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो डॉ. अमरनाथ प्रसाद ने कहा कि गुरू को देश का भावी निर्माता कहा जाता है। एक शिक्षक ही है जो सभी क्षेत्रों में कार्य करने को लेकर हर समय तैयार और निपुण होते है। हम सभी शिक्षको का यह दायित्व बनता है कि छात्रो में संस्कार की ऐसी नींव डाले जो आगे चलकर देश के लिए आदर्श बनें। क्योंकि छात्र हमारे क्रियाकलापो को देखकर सभी तरह की गतिविधियों का मुल्यांकन करते है इसलिए हमें कभी भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जो उनके मन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़े।