एकेडमिक फोरम के सदस्यों ने कुलपति से मिलकर अपनी मांगों को रखा
छपरा(बिहार)जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा में नवनियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसरों की सेवा-सम्पुष्टि (सर्विस कन्फर्मेशन) तथा नॉन-पीएचडी शिक्षकों को पीएचडी करने की अनुमति के सम्बंध में जेपीयू एकेडमिक फोरम के सदस्यों ने कुलपति प्रो. फारूक अली से मिला। कुलपति से मिलने के लिए शिक्षकों ने लगभग ढाई घण्टे तक फर्श पर बैठकर इंतजार किया। कुलपति ने शिक्षकों को सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि आप लोग पहले मौखिकी परीक्षा में शामिल होइए, उसके बाद शिक्षक हित में जो भी उचित होगा वह किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि हम आपके हितैषी हैं, इसलिए आप निश्चिंत रहें कि आपका नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।
विदित हो कि इससे पहले भी एकेडमिक फोरम कई बार विश्वविद्यालय प्रशासन से उपर्युक्त मुद्दों को लेकर मिल चुका है, और हर बार सिर्फ मौखिक आश्वासन ही मिलता रहा है। फोरम ने बताया कि लगभग डेढ़ सौ शिक्षकों की सेवा-अवधि दो वर्ष अधिक हो चुकी है। उसमें से कई ऐसे भी हैं जो तीन साल तथा चार साल से अधिक सर्विस कर चुके हैं लेकिन सेवा-सम्पुष्टि को तरस रहे हैं। लगभग 5 दर्जन से अधिक शिक्षक पीएचडी करने हेतु पैट-2021 में आवदेन किये हैं, जो अनुमति के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं। फोरम का कहना है कि सेवा-सम्पुष्टि तथा नॉन-पीएचडी शिक्षकों को पीएचडी कोर्सवर्क में शामिल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा, कार्रवाई भी होनी चाहिए।मिलने वालों में शिक्षकों की संख्या लगभग चार दर्जन थी, जिसमें छपरा, सीवान एवं गोपालगंज तीनों जिला से संयोजक डॉ. दिनेश पाल, राकेश कुमार, डॉ. श्री भगवान ठाकुर, डॉ. राजमोहन शर्मा, प्रमोद कुमार, सौरभ कुमार, रहमान, डॉ. रामानुज यादव, डॉ. रजनीश यादव, डॉ. विशाल कु सिंह, डॉ. ऋचा मिश्रा, दिवाकर, डॉ. गोपाल साहनी, डॉ. अमित रंजन, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, डॉ. विद्याधर सिंह, डॉ. अभिषेक दुबे, डॉ. विजय विक्रम, अमित कुमार, जितेन्द्र प्रसाद, स्वाति सिन्हा, सीमा कुमारी, सीमा सिंह, एयाज अहमद, डॉ. शैलेश कुमार, बोलेन्द्र कु आगम, जय किशोर साहनी, पवन कुमार यादव आदि शिक्षक उपस्थित रहे।