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हरियाणा केंद्रीय विश्विद्यालय में होगी एम.फार्म. फार्माकोलॉजी की पढ़ाई

एम.फार्म.फार्माकोलॉजी पाठ्यक्रम को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से मिली मंजूरी

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में अब एम. फार्म फार्माकोलॉजी की भी पढ़ाई होगी। यह पाठ्यक्रम (फार्माकोलॉजी) फार्मेसी के ऐसे स्नातकों के लिए होगा जो इस क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेज के तहत फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग में पहले से ही एम.फार्म पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में अब विश्वविद्यालय में एम.फार्म.फार्माकोलॉजी कार्यक्रम को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) द्वारा मंजूरी दे दी गई है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इस नए पाठ्यक्रम की शुरूआत पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि दवा खोज के क्षेत्र में विशेषज्ञों और पेशेवरों की मांग को ध्यान में रखते हुए, दवा खोज और अनुसंधान के क्षेत्र में प्रशिक्षित युवाओं की उपलब्धता में यह पाठ्यक्रम अहम भूमिका निभा सकता है।

प्रो.टंकेश्वर

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह कार्यक्रम फार्मास्युटिकल उद्योगों और नैदानिक अनुसंधान संगठनों में प्रशिक्षित युवाओं की बढ़ती मांगों को पूरा करने में मददगार होगा। स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेज की डीन और डीन, रिसर्च प्रोफेसर नीलम सांगवान ने भी इस उपलब्धि के लिए फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग के संकायों को बधाई दी।विश्वविद्यालय को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा प्राप्त अनुमोदन के अनुसार, 2023-24 से कार्यक्रम का मार्ग प्रशस्त हो गया है।फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि इस पाठ्यक्रम को चलाने के लिए विभाग के पास पर्याप्त सुविधाएं और बुनियादी ढांचा है। उन्होंने कहा कि सत्र 2023-24 के लिए इस कोर्स में प्रवेश की प्रक्रिया ओपन काउंसलिंग के माध्यम से जल्द शुरू की जाएगी। प्रवेश के लिए अधिसूचना हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इस उपलब्धि पर डॉ. दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार और प्रो. नीलम सांगवान के प्रति विशेष रूप से उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने इस पाठ्यक्रम के संचालन हेतु सहयोग करने वाले विभाग के शिक्षकों के योगदान की सराहना की।