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अभिभवक व शिक्षकों से खुलकर बात करे छात्र -जिला जज मनोज शंकर

भगवानपुर हाट(सीवान)प्रखंड मुख्यालय में स्थित एसएस उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में रविवार को जिला विधिक प्राधिकार के तत्वधान में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।जिसका विधिवत उद्घाटन दीप जलाकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज शंकर ने किया।

उन्होंने शिविर के माध्यम से किशोर न्याय अधिनीयम 2015 पर बिस्तार से चर्चा कर प्रवधान को बताया।उन्होंने कहा कि बच्चे,अभिभावक तथा शिक्षक के बीच में त्रिकोणात्मक सघर्ष होता है।जिसमे बच्चें निखर कर आगे बढ़ते है। बच्चो को अपनी पढ़ाई के साथ समाज का भी ख्याल रखना चाहिए।बच्चों को गुरु तथा मां बाप का आदर करना चाहिये।माता पिता भगवान से भी बढ़कर होते है।हमे कोरोना काल के रेस को कैसे पकड़ना है इसकी सोच रख कर पढ़ाई करने की आवश्यकता है।

स्वस्थ्य रहने के लिए स्वच्छ रहना बहुत ही आवश्यक है।जब स्वस्थ्य नागरिक होगें तभी भारत का भविष्य अच्छा होगा।बच्चों को अभिभावक व शिक्षक से खुल कर बाते करनी चाहिए।बच्चों को अपने रोज का हिसाब किताब रखना चाहिए तभी वे आगे बढ़ सकते है।उन्होंने कहा कि दोस्त बनाना और दोस्ती निभाना दोनों अलग चीज है।बच्चों के शादी के उम्र पर अपना बिचार रखते हुए कहा कि मेरा मानना है कि लड़कियों के लिए 21 तथा लड़को के लिए 25 वर्ष होनी चाहिए।जुबेनाइल कोर्ट के सदर्भ में बच्चों को विस्तार से बताया।सचिव निशांत कुमार प्रियदर्शी ने बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की न्यायिक प्रक्रिया किशोर न्यायालय में की जाती है।अरुण तिवारी ने सविधान के अनुच्छेद 21 की चर्चा की जिसमे शिक्षा की चर्चा है।ज्यूडिशियल मजिस्टेट प्रथम श्रेणी हिना मुस्तफा ने कहा कि अगर किसी बच्चे के साथ कोई अपराध होता है तो उसे उसकी उम्र के हिसाब से कोर्ट में ले जाया जाता है।शिविर में सभी आगन्तुक न्यायिक पदाधिकारियों का स्वागत बुके तथा अंग बस्त्र देकर सम्मानित किया गया।शिविर में एडीजे दो पन्ना लाल,आनन्द कुमार श्रीवास्तव, सुरेश कुमार श्रीवास्तव,सीजेएम चन्द्र वीर सिंह,पंकज कुमार चौहान, अरुण तिवारी, नितेश कुमार, अरविंद कुमार, हर्षवर्धन, सचिव एन के प्रियदर्शी, पीके पांडेय,सारिका वहालिया,हिना मुस्तफ़ा, स्वेता सिंह,प्रश्नयजीत सिंह,मनीष मिश्र, पूजा आर्या, अनुराग मिश्रा, सुशील प्रसाद सिंह,प्रचार्य लालबाबू कुमार,अधिवक्ता गणेश राम,शैलेंद्र कुमार श्रीवास्तव, जयप्रकाश नारायण सिंह, रिमांड अधिवक्ता कल्पनाथ सिंह सहित विद्यालय के सभी शिक्षक आदि शामिल हुए।