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जननायक कर्पूरी ठाकुर सरल और सरस हृदय के राज नेता थे विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव

कर्पूरी ठाकुर का चिरपरिचित नारा था आधिकार चाहो तो लड़ना सीखो पग पग पर अड़ना सीखो जीना है तो मरना सिखों
सारण(बिहार)जदयू जिला कार्यालय सलेमपुर छपरा में कोरोना नियमों का पालन करते हुए जदयू जिला अध्यक्ष मुरारी सिंह के अध्यक्षता में एवं जिला संगठन प्रभारी मनजीत सिंह के उपस्थति में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयन्ती मनाई गई।

संगठन प्रभारी मनजीत सिंह ने कार्पुरी ठाकुर के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की भारत के स्वतंत्रा सेनानी शिक्षक राजनीतिज्ञ तथा बिहार सरकार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रह चुके लोक प्रिय जननायक कर्पुरी ठाकुर का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले के पीतोझीया ग्राम में 24 जनवरी 1924 को नाई जाति मे हुआ था।

कर्पूरी ठाकुर के पिताजी का नाम गोकुल ठाकुर तथा माता जी का नाम श्रीमती राम दुलारी देवी था। विधान पार्षद डा.वीरेन्द्र नारायण यादव ने कहा की जननायक कर्पूरी ठाकुर सरल और सरस हृदय के राज नेता थे। समाजिक रूप से पिछड़े लोगों के सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करते हुए जन सेवा की भावना के साथ जिया।

इसी भावना के कारण वे जननायक कहलाए।जिला अध्यक्ष मुरारी सिंह ने कर्पूरी ठाकुर के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा की बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए 27 प्रतिशत आति पिछड़ा को आरक्षण देने का काम किया था।

जयन्ती समारोह में पूर्व विधान पार्षद सलीम परवेज ने कहा की कर्पूरी ठाकुर का चीर पर्चीत नारा था आधिकार चाहो तो लड़ना सीखो पग पग पर अड़ना सीखो जीना है तो मरना सिखों।इस मौके पर राज्य परिषद सदस्य बैजनाथ प्रसाद सिंह विक्कल,जदयू प्रदेश सचिव अल्ताफ आलम राजू,सुरेश सिंह,अरशद परवेज मुन्नी, जयप्रकाश यादव,डॉ.इंद्रकांत विश्वकर्मा,ओम प्रकाश डा.अशोक कुशवाहा,राजेश त्यागी शर्मा,मोहम्मद फिरोज,प्रभाष सिंह,पवन वर्मा,ब्रजेश सिंह,कुसुम देवी, शोभा देवी,मनोज पटेल,रवींद्र सिंह,शशि गुप्ता,शकीला बेगम सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।