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गुरु कृपा से ही जीवन में ज्ञान प्राप्ति होती है:देवी सत्याचार्या

महाराजगंज(सीवान)शहर के नखास चौक स्थित बड़ी देवी मंदिर का द्वितीय वार्षिकोत्सव को लेकर सात दिवसीय शतचंडी महायज्ञ को मंदिर प्रांगण में सोमवार को श्री धाम वृन्दावन से पधारे कथा वाचिका देवी सत्याचार्या ने भक्तों के बीच प्रवचन कही।

उन्होंने कहा कि भगवान शिव सच्चे गुरु है, हर समय जीव को अपने गुरु की पूजा/अर्चना करनी चाहिए। इससे जीव की आध्यात्मिक उन्नति होती है। वैसे तो आध्यात्मिक जगत में सदगुरु का विशेष महत्व एवं स्थान है।गुरु की कृपा के बिना ईश्वर को पाना असंभव है , जो गुरु से विमुख है वह कभी भी अपने आत्मा और ईश्वर को नहीं जान सकता।गुरु और ईश्वर ब्रह्म तत्व के ही दो रूप या तत्व हैं। गुरुतत्व ईश्वरतत्व से अपेक्षाकृत अधिक महत्वपूर्ण इसलिए है कि वही ईश्वरीय तत्व से जीव का साक्षात्कार कराता है।

संतों ने गुरुतत्व की महत्ता को अवर्णीय और अनिर्वचनीय कहा है.इस जगत में कोई ऐसा जीव नहीं,जो गुरु से विमुख हो या गुरु के बिना ईश्वरलाभ किया हो। गुरु के बिना जीव को क्षणिक ईश्वरियानुभती हो सकती है, परंतु ईश्वरलाभ नहीं। ज्ञात हो कि सोमवार कि सुबह प्रारंभ हुए कलश यात्रा के बाद यज्ञ की कड़ी में शाम के पांच बजे से राम कथा का आयोजन शुरू हुआ जो राम कथा देर रात्रि नौ बजे तक वृन्दावन से पधारे देवी सत्याचार्या जी ने देवी भागवत कथा पर प्रवचन दिया।

शहर मे देवी भागवत कथा का आयोजन भव्य रूप से आयोजित की गई है।यज्ञ स्थल के अगल-बगल आधुनिक युग के झूले ,नाव के रूप का झूला तथा लक्ष्मण झूला के अलावे मीना बाजार के सामान शुद्ध देसी घी में बने मिष्ठान की भी बिक्री निजी दुकानदारों के द्वारा लगाई गई है जहां भक्तगण अपनी इच्छा अनुसार मिष्ठान खरिदकर ग्रहण भी करते है। वही प्रवचन को सुनने के लिए श्रोताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। कथा श्रवण करने वालों भक्तगणों में रामबाबू प्रसाद,दिलीप कुमार सिंह, सुरेश कुमार कसेरा, सुनील कुमार, राजन कुमार, प्रमोद कुमार,बलिराम प्रसाद बली, विनोद कुमार,प्रिसं कुमार, ओमप्रकाश गुप्ता उर्फ लोहा जी,संतोष कुमार,डेनिस कुमार,पप्पू कुमार, शम्भु प्रसाद के अलावें सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष भक्तजन मौजूद रहे।