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कोविड टीकाकरण अब सप्ताह में छह दिन होंगे

सोमवार,मंगलवार,गुरुवार एवं शनिवार के साथ नियमित टीकाकरण दिवस बुधवार व
शुक्रवार को भी नियमित टीकाकरण के साथ कोविड 19 टीकाकरण का कार्य जारी रहेगा।

मधेपुरा(बिहार)भले ही पूरे प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार में आई कमी को देखते हुए सरकार द्वारा लाॅकडाउन खत्म कर दिया गया है। किन्तु, अभी इस महामारी का जड़ से खात्मा नहीं हुआ है। वहीं पूरे प्रदेश में छः माह छः करोड़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब सप्ताह में 6 दिन टीकाकरण किया जाना है। पहले सप्ताह में 4 दिन ही टीकाकरण करने का निर्देश दिया गया था। अब इसमें संशोधन किया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर कहा है कि कोविड 19 टीकाकरण के वृहत्त लक्ष्य को देखते हुए पूर्व निर्गत निदेश में संशोधन कर कोविड 19 टीकाकरण सप्ताह में चार दिन (सोमवार,मंगलवार,गुरूवार एवं शनिवार)के साथ-साथ नियमित टीकाकरण दिवस (बुधवार) के दिन स्थायी सत्रों अर्थात सदर अस्पताल,अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र,प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र एवं 24X7 संचालित केन्द्रों पर किया जायेगा। इसके साथ ही शुक्रवार के दिन नियमित टीकाकरण के साथ कोविड 19 टीकाकरण का कार्य जारी रहेगा।

आगामी छः माह में टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनाया जाएगा क्लस्टर एप्रोच
जिले के सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने बताया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में क्लस्टर एप्रोच को अपनाते हुए टीकाकरण कराने तथा ससमय कोविड 19 संक्रमण के प्रसार के नियंत्रण के साथ-साथ लक्षित लाभार्थियों को कोविड 19 के टीका से पूर्णतः आच्छादित करने के निर्देश दिए गए हैं। 18 वर्ष और इससे अधिक आयुवर्ग के सभी व्यस्कों को कोविड 19 टीका से आच्छादित करने के उद्देश्य से आगामी छः माह में कम से कम 24 लाख 38 हजार व्यस्कों को कोविड 19 के टीका से आच्छादित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

नहीं करें लापरवाही, अभी भी एहतियात जारी रखने की है जरूरत
सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने बताया, जिले वासियों के सकारात्मक सहयोग एवं जिले के तमाम पदाधिकारियों एवं कर्मियों की पहल से संक्रमण की रफ्तार में जरूर कमी आई है। किन्तु, रफ्तार में कमी आने का मतलब यह नहीं है कि इस महामारी का दौर खत्म हो गया। इसलिए, अभी भी एहतियात जारी रखने की जरूरत है। दरअसल, संक्रमण की रफ्तार में कमी आते ही लोगों में लापरवाही की खबरें सामने आने लगी है। जो भविष्य की सुरक्षा के मद्देनजर ठीक नहीं है। इसलिए, प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का उपयोग और शारीरिक का पालन जारी रखने की जरूरत है।

टीका की दोनों डोज लेने के बाद भी जरूरी है नियमों का पालन है जरूरी
सिविल सर्जन डॉ अमरेन्द्र नारायण शाही ने बताया, संक्रमण की रफ्तार में कमी आने के साथ ही बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ने, मास्क का उपयोग नहीं करने लापरवाही की अन्य खबरें भी सामने आने लगी है। जो ना ही आपके लिए और ना ही आपके परिवार व समाज के लिए ठीक है। इसलिए, बाजारों में खरीददारी के दौरान के साथ-साथ हर जगह शारीरिक दूरी का पालन का ख्याल रखें और मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। सिविल सर्जन ने दोनों टीका ले चुके लोगों को भी कोविड नियमों के पालन करते रहने की अपील की। उन्होंने कहा वर्तमान में 18 वर्ष तथा इससे अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिये वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध है| वर्तमान में 18 वर्ष की आयु से कम अर्थात बच्चों के लिये वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं है, जब इस आयु वर्ग का वैक्सीनेशन होगा, तब भी इस आयु वर्ग के सभी बच्चों को टीका लगवाना चाहिए। जब हम खुद वैक्सीनेटेड हो जाते हैं तो गंभीर बीमारियाँ हमें नहीं होती हैं तथा किसी न किसी रूप में यह हमारे परिवार को भी सुरक्षित करता है। परिवार के अन्य लोगों का यदि वैक्सीनेशन हो जाता है तो बच्चों को स्वयं ही इस संक्रमण से सुरक्षा मिल जाती है।