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आदर्श मध्य विद्यालय कदना में शिक्षक और स्कूली बच्चों के बीच पेशेंट सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों ने चलाया जागरुकता अभियान

पेशेंट सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्य स्कूल, कॉलेज सहित सामुदायिक स्तर पर लोगों को कर रहे हैं जागरूक: डीवीडीडीसीओ

स्कूली बच्चों से दूसरे लोगों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करने की अपील की: भूषण सिंह

छपरा(बिहार)जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के उद्देश्य से हाथीपांव के मरीजों के साथ- साथ कालाजार बीमारी से ठीक हुए युवा भी आगे आ रहे हैं। गड़खा के आदर्श मध्य विद्यालय कदना सह उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मीठेपुर में शिक्षक और स्कूली बच्चों के मां सरस्वती वीएल सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्यों ने जागरुकता अभियान चलाया। इसमें पेशेंट सपोर्ट ललन राय के 24 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार और अशोक राय के 22 वर्षीय पुत्र मिथिलेश कुमार के द्वारा आगामी 10 फरवरी से आयोजित होने वाले अतिमहत्वपूर्ण कार्यक्रम सर्वजन दवा सेवन अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से जागरूक किया गया।

पेशेंट सपोर्ट ग्रुप से जुड़े सदस्यों द्वारा स्कूल, कॉलेज सहित सामुदायिक स्तर पर किया जा रहा है जागरूक: डीवीडीडीसीओ
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीडीडीसीओ) डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के द्वारा जिले के मांझी, गड़खा और सोनपुर में फाइलेरिया मरीजों का खोज कर नेटवर्क सदस्य बनाया गया है। जिनके द्वारा स्कूल और कॉलेज में जाकर शिक्षक और स्कूली बच्चों को प्रेरित करने के साथ ही सामुदायिक स्तर पर भ्रमण कर ग्रामीणों को सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के तहत खिलाए जाने वाली गोली खाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही रिविलगंज, परसा और दरियापुर प्रखंड में फाइलेरिया रोगियों से मिलकर पेशेंट सपोर्ट प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है। ताकि इन लोगो के सहयोग से दूसरे गांव या प्रखंडों में एमडीए में सहयोग लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया जा सके। इस अवसर पर प्रधानाध्यापक भूषण सिंह, सिफार के डीसी बिनोद कुमार श्रीवास्तव, बीसी नवीन कुमार सहित विद्यालय के शिक्षक और स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

फाइलेरिया रोधी दवा खाने के लिए स्कूली बच्चों से दूसरे लोगों को प्रेरित करने को लेकर की गई अपील: भूषण सिंह
प्रधानाध्यापक भूषण सिंह ने विद्यालय के शिक्षकों और स्कूली बच्चों को अगले महीने 10 फरवरी से फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने के लिए आशा दीदी घर-घर जाकर हाथीपांव जैसी बीमारी से बचाव और सुरक्षित रहने के लिए डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली अपने सामने ही खिलाएंगी। तो आप सभी को खुद तो दवा खानी है साथ ही अपने घर परिवार सहित आसपास के लोगों को दवा खाने के लिए जागरूक भी करेंगे। क्योंकि सरकार की ओर से खिलाई जाने वाली दवा बिल्कुल ही निःशुल्क और असरदार है।