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पूर्णिया में जन-जागरूकता रैली,स्वास्थ्य शिविर में सास, बहु और बेटी सम्मेलन का हुआ आयोजन

तंदुरुस्त मां होने से नवजात शिशु भी पूरी तरह से स्वस्थ्य और पोषित होगा: सिविल सर्जन

परिवार नियोजन में अंतरा की सुई कारगर: एमओआईसी

पूर्णिया(बिहार)शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मधुबनी, पूर्णिया सिटी, माधोपारा, पूर्णिया कोर्ट एवं माता स्थान द्वारा विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर स्थानीय ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कई गतिविधियां हुई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मियों, वार्ड पार्षद एवं महिलाओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। इसके अलावा सास,बहू और बेटी सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। वहीं दूसरी तरफ गुलाबबाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नागेश्वर बाग स्थित मुहल्ला में परिवार नियोजन को लेकर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसका विधिवत उद्घाटन पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शरद कुमार व गुलाबबाग यूपीएचसी के एमओआईसी डॉ.रवि रौशन के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। शहरी क्षेत्र के सभी यूपीएचसी के अंतर्गत परिवार नियोजन के उपायों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम के तहत रैली,परिवार नियोजन मेला व अंतरा की पहली डोज लगाई गई है। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी और कर्मी सहित पीएसआई इंडिया के जिला समन्वयक अय्याज अशरफी, प्रेम शंकर, जूही कुमारी सहित कई अन्य उपस्थित थे।

तंदुरुस्त मां होने से नवजात शिशु भी पूरी तरह से स्वस्थ्य और पोषित होगा: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. अभय प्रकाश चौधरी ने बताया परिवार नियोजन अपनाने के दौरान बच्चों में 3 से 5 वर्षो का अंतराल रखने के लिए महिलाओं को पूरी तरह से स्वस्थ होना चाहिए। क्योंकि जब तक महिलाएं स्वस्थ नहीं रहेगी, तब तक बच्चे का लालन- पालन ठीक से नहीं कर पाएगी। बच्चों में कुछ वर्षो का अंतराल रखने के बाद तंदुरुस्त मां एक तंदुरुस्त और स्वस्थ्य बच्चे को जन्म देती है। जिससे प्रसूता एवं नवजात शिशुओं में जोखिम की संभावना काफी कम हो जाती है। बच्चे कब और कितनी बार होना चाहिए। इस तरह का अधिकार महिलाओं को होना चाहिए। जिससे वह अपना निर्णय खुद ले सके।

परिवार नियोजन में अंतरा की सुई कारगर: एमओआईसी
पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शरद कुमार ने बताया कि आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के सहयोग से नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अंतरा की पहली डोज दी गई है। इसके पहले परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान गुलाबबाग शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 49, माधोपारा में 43, मधुबनी में 47, माता स्थान में 23, पूर्णिया कोर्ट में 49 जबकि पूर्णिया सिटी में 21 महिलाओं को परिवार नियोजन सप्ताह के अंतर्गत अंतरा की पहली सुई लगाई गई थी। इस बार भी स्वास्थ्य विभाग और आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है ताकि इसकी संख्या बढ़ाई जा सकें। शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा महिलाओं को प्रोत्साहित कर अंतरा की सुई लगवाई जा रही है।

विकल्पों की शक्ति के तहत परिवार नियोजन का आयोजन किया गया: पीएसआई
पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएसआई इंडिया) के जिला प्रबंधक अय्याज अशरफी ने बताया कि परिवार नियोजन के लिए विभिन्न प्रकार के विकल्प उपलब्ध होने से लोगों को अपने सुविधानुसार चयन करने का अवसर मिलता है। जिस कारण आधुनिक तौर पर गर्भनिरोधक का उपयोग बढ़ा है। जिसके फलस्वरूप भारत के कुल प्रजनन दर में काफी कमी आई है। इसको लेकर शहरी क्षेत्र के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में तरह – तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष विश्व गर्भनिरोधक दिवस का विषय “विकल्पों की शक्ति रखा गया है। स्थानीय समुदाय के लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद निःशुल्क दवा के साथ ही परिवार नियोजन के विभिन्न साधनों के बारे में जानकारी के अलावा संसाधन भी उपलब्ध कराया गया।