Homeदेशबिहारस्वास्थ्य

डेटा इंट्री ऑपरेटर अंजार दानिश के नाम दर्ज है घर घर सर्वे एवं स्वास्थ्य स्क्रीनिंग कार्य का ससमय डेटा संकलन का रिकार्ड

किशनगंज बिहार

कोविड टीकाकरण के साथ पल्स पोलियो अभियान और नियमित टीकाकरण सभी में अग्रणी:
बेहतर कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने प्रदान किया है प्रशस्ति पत्र:
टीकाकरण से संबंधी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के् सफल निवर्हन को लेकर प्रयासों की हो रही सराहना:

किशनगंज वैश्विक महामारी के प्रबंधन से लेकर टीकाकरण अभियान की सफलता में अब तक डिजिटेलाइजेशन की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण साबित हुई है। संक्रमण से बचाव के लिये टीकाकरण जितना जरूरी है,टीकाकृत लोगों से संबंधित डेटा का संधारण भी उतना ही अहम है। इससे किसी डेमाग्राफिक एरिया में कितने लोगों का टीकाकरण हुआ है, टीका का पहला व दूसरा डोज लेने वालों की संख्या सहित ड्यू लिस्ट का पता लगाना बेहद आसान हो जाता है। टीकाकृत लोगों से संबंधित डेटा संधारण के कार्य में डेटा इंट्री ऑपरेटर की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस महत्पूर्ण जिम्मेदारी के निवर्हन में जिला प्रतिरक्षण कार्यालय में कार्यरत डेटा इंट्री ऑपरेटर अंजार दानिश का किरदार एक नजीर बन कर उभरा है। जिले के न कि कोविड टीकाकरण बल्कि पल्स पोलियो अभियान हो या नियमित टीकाकरण या सभी पीएचसी, सीएचसी पर बनाए गए कोल्ड चेन पर वैक्सीन के भंडारण के साथ जिला मुख्यालय से प्रखण्डों में बने कोल्ड चेन तक वैक्सीन पर निगरानी रखने की भी जिम्मेवारी इन्ही के ऊपर है।

संक्रमण काल में भी बिना डरे सभी कार्यो को ससमय सम्पूर्ण किया:
जिले में टीका का दोनों डोज मिलाकर 4.26 लाख लोगों कोरोना का टीका लगाया गया है। जिले में 164 टीकाकरण केंद्र संचालित हैं। जिसमें हर दिन औसतन 100 लोगों को टीका लगाया जाता है। टीकाकृत सभी लोगों का कोविन पोर्टल पर डेटा अपडेशन का कार्य नि:संदेह चुनौतीपूर्ण है। लेकिन अंजार दानिश अपने कर्तव्य व जिम्मेदारी के प्रति समर्पण के साथ कड़ी मेहनत के दम पर अब तक इस चुनौती को मात देने में बेहद कामयाब साबित हुए हैं। वह बताते हैं कि ऑन स्पॉट डेटा अपडेशन का कार्य थोड़ा जटिल है। कई लोग होते हैं। जो पोर्टल पर टीकाकरण के लिये खुद अपना स्लॉट बुक कराने के दौरान जाने-अनजाने गलत जानकारी प्रविष्ट कर देते हैं। टीकाकरण से संबंधित प्रमाणपत्र जारी करने के दौरान जब इसका पता चलता है तो लाभुकों को दोबारा सत्र स्थल पर बुलाकर उनसे सही जानकारी जुटाना होता है। फिर कभी-कभी इंटरनेट कनेक्टीविटी, पावर कट व सर्वर से जुड़ी समस्या भी होती है। कोविन पोर्टल पर अपडेट डेटा के आधार पर जिले को टीका की अगली खेप उपलब्ध कराया जाता है। इसलिये यह जरूरी है कि हर दिन इस्तेमाल में लाये गये टीका से संबंधित डेटा पोर्टल पर अपलोड हो। ताकि इस कारण टीकाकरण अभियान प्रभावित ना हो। इन सभी को नजरअंदाज कर समय पर अपना कार्य संपन्न करने में बेहद तसल्ली व खुशी की अनुभूति होती है।

राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक के द्वारा प्रदान किया गया प्रशस्ति पत्र:
वही संक्रमण काल में जिला में कोरोना संक्रमण के घर घर सर्वे एवं प्रवासी लोगों के स्वास्थ्य स्क्रीनिंग कार्य का ससमय डेटा संकलन एवं प्रेषण में सराहनीय योगदान के लिए बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति पटना के कार्यपालक निदेशक के द्वारा अंजार दानिश को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रशस्ति पत्र दिया गया है। जिस कार्य में अंजार की भूमिका स्वास्थ्य महकमा में चर्चा का विषय बना हुआ है। सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन बताते हैं कि टीकाकरण अभियान में डेटा अपडेशन का कार्य बेहद महत्वपूर्ण है। इससे टीकाकरण से संबंधित मामलों की समीक्षा आसानी से हो पाता है। वहीं टीकाकरण को लेकर कारगर रणनीति तैयार करने में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। कोविन पोर्टल पर दर्ज डेटा के आधार पर ही फिलहाल दूसरे डोज से वंचित स्वास्थ्य अधिकारी व फ्रंट लाइन वर्कर्स की सूची तैयार कर संबंधित प्रखंडों को भेजा गया है। ताकि वंचित लोगों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जा सके। इसके अलावा किस इलाके में टीकाकरण का प्रतिशत बेहतर है। इस मामले में कौन सा क्षेत्र कमतर साबित हो रहा है। इसका पता लगाना आसान होता। ताकि इस आधार पर भावी रणनीति तैयार की जा सके। नियमित टीकाकरण के ऑन स्पॉट डेटा इंट्री के मामले में अंजार दानिश की मेहनत वाकई काबिले तारिफ है।

पड़ोसियों तथा आम लोगों को भी टीकाकरण के लिए करती हैं जागरूक:
टीकाकरण के फायदे एवं बतौर अपनी कहानी बताकर अंजार दानिश अपने आस पास के लोगों, मित्रों, रिश्तेदारों तथा आमजनों से टीकाकरण कराने का अनुरोध करते हैं। वे कहते हैं कि टीकाकरण पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन अभी भी टीकाकरण को लेकर लोगों में भ्रांतियां है एवम् लोग कुछ अफवाहों को सही मान लेते हैं। वे लोगों से अनुरोध करते हैं कि अपना टीकाकरण अवश्य कराएं क्योंकि टीका लेकर ही इस महामारी से बचा जा सकता है ना कि अफवाहों एवं भ्रांतियों के चक्कर में फंसकर। मनोबल को कमजोर नहीं होने दें। दवा से ज्यादा हौसला ही काम आता है। अपील करते हुए कहा कि लोग इस समय डरने की बजाय संयम से काम लें। सुरक्षित रहने के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं।