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न जुताई न जीरो टिलेज बाढ़ प्रभावी क्षेत्र में सीधे गेंहू की बुआई

जोताई खर्च शून्य,पानी की बचत व हवा से फसल बर्बाद होने का डर नहीं

भगवानपुर हाट(सीवान)प्रखंड क्षेत्र के प्रगतिशील किसान महमदपुर गांव के शिवप्रसाद साहनी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसानों के लिए नई राह दिखा रहे है।इन्होंने ने अपने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के एक एकड़ भूमि पर बिना खेत की जुताई व जीरो टिलेज मशीन के बिना गेंहू की बुआई किया है। जो गेंहू इनके खेत में लहलहा रहा है।उन्होंने ने किसानों को संदेश देते हुए बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसान निराश न हो वे अपने खेतों में बिना जोताई व बिना जीरो टिलेज मशीन के प्रयोग में लाए डालने खेते में गेहूं की सीधी बुआई करे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में इस विधि से गेंहू की बुआई में किसान को शून्य खर्च है।क्योंकि इसमें न तो खेत की जोताई की आवश्यकता है और न ही सिचाई की।उन्होंने बताया कि गेहूं की काटनी के समय गेंहू का जड़ उखरने की संभावना न के बराबर है।उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसान से हल्का पानी लगे खेत गेंहू की बुआई करने की अपील की।