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सर्वजन दवा सेवन अभियान – एमडीए कार्यक्रम का पूर्णिया में जिला स्कूल से हुआ शुभारंभ

जिलाधिकारी ने स्कूली बच्चों को दवा खिलाकर किया एमडीए अभियान का विधिवत उद्घाटन

दवा सेवन के बाद साइड इफेक्ट्स की संभावना, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं: जिलाधिकारी

घर,परिवार और समाज को सुरक्षित रखने के लिए एमडीए के तहत दवा खाना जरूरी: सिविल सर्जन

तीन दिनों तक चिह्नित स्थलों जबकि 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी: डीवीबीडीसीओ

पूर्णिया(बिहार)फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम बुधवार से शुरू हो गया। इसके तहत पंचायत व स्कूल स्तर पर वृहत पैमाने पर फाइलेरियारोधी दवा सेवन कार्यक्रम का संचालन किया गया है। जहां नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत सहित ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों की अगुआई में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान संचालित किया गया है। वहीं जिला स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में जिले के वरीय प्रशासनिक अधिकारी,स्वास्थ्य विभाग,आईसीडीएस सहित उक्त विद्यालय के शिक्षकों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। एमडीए अभियान की शत प्रतिशत सफ़लता के लिए शहर स्थित जिला स्कूल के सभागार में जिलाधिकारी कुंदन कुमार,वरीय अपर समाहर्ता केडी प्रज्जवल,सिविल सर्जन डॉ. अभय प्रकाश चौधरी और जिला स्कूल के प्रभारी प्राचार्य दिवाकांत झा के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर और स्कूली बच्चों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाकर इस अभियान का शुभारंभ किया गया।इस अवसर पर आईसीडीएस की डीपीओ रीना श्रीवास्तव,डीपीआरओ दिलीप सरकार,डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय दिनकर, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज निराला,वीडीसीओ रवि नंदन सिंह,डीवीबीडीसी सोनिया मंडल, डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय सलाहकार डॉ.दिलीप कुमार,पिरामल स्वास्थ्य के डीएल संजीव कुमार और डीपीओ चंदन कुमार, सीफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी और डीसी ज्योति प्रिया के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, स्कूल के शिक्षक सहित कई अन्य कर्मी उपस्थित थे।

दवा सेवन के बाद साइड इफेक्ट्स की संभावना, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं: जिलाधिकारी
एमडीए अभियान के शुभारंभ के बाद उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि जिले के 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं सहित गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को दवा नहीं खानी है। शेष सभी जिलेवासियों को एमडीए अभियान के तहत दवा खिलाई जाएगी। उम्र के हिसाब से डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने के लिए आशा दीदी, आंगनबाड़ी सेविका सहित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा डोर टू डोर भ्रमण कर सामने ही दवा खिलाई जाएगी। सबसे अहम बात यह है कि दवा खाने से किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। लेकिन खाली पेट दवा नहीं खानी है। दवा सेवन के बाद साइड इफेक्ट्स हो सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अगर आपके शरीर के अंदर फाइलेरिया की बैक्टीरिया है तो उल्टी, दस्त या चक्कर जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं और ना ही किसी के बहकावे में आने की आवश्यकता है।

घर, परिवार और समाज को सुरक्षित रखने के लिए एमडीए के तहत दवा खाना जरूरी: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ.अभय प्रकाश चौधरी ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शत प्रतिशत सफ़लता को लेकर स्वयं फाइलेरियारोधी डीईसी और अल्बेंडाजोल की गोली खाने के बाद कहा कि सरकार द्वारा फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए 20 सितंबर से सर्वजन दवा कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। जिसके तहत जिले के सभी व्यक्तियों को दो दवाएं (डीईसी और अल्बेंडाजोल) खिलाई जाएंगी।वैज्ञानिक आधार पर इन दोनों दवाओ को साल में सिर्फ एक दिन खा लेने से शरीर के अधिकांश माइक्रो फाइलेरिया लार्वा मर जाते हैं। जिससे वह व्यक्ति खुद फाइलेरिया से सुरक्षित होने के साथ ही घर, परिवार और समाज को भी सुरक्षित रखने में अपनी महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है।

तीन दिनों तक चिह्नित स्थलों व 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी: डीवीबीडीसीओ
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि 20 से 22 सितंबर (तीन दिन) तक जिले के सरकारी कार्यालयों, स्कूल, कॉलेज, सिविल कोर्ट, जेल, वृद्धाश्रम, पुलिस लाइन, बैंक, अस्पताल, सामुदायिक भवन और सार्वजनिक स्थलों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा दवा खिलाई जाएगी। वहीं  23 सितंबर से 06 अक्टूबर (14 दिन) तक जिले में दो आशा कार्यकर्ता जबकि शहरी क्षेत्रों में आंगनबाड़ी सेविकाओं की टीम बनाकर लक्षित घरों में गृह भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी। 

  • एनसीसी कैडेट्स के द्वारा निकाली गई जागरूकता रैली:
    वहीं एमडीए कार्यक्रम के उद्घाटन से पूर्व सिविल सर्जन,प्रभारी प्राचार्य और एनसीसी के कमांडेंट राकेश झा के द्वारा संयुक्त रूप से फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए जागरूकता रैली को स्कूल परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जो जिला स्कूल होते हुए खीरू चौक, भठ्ठा बाजार सहित कई अन्य चौक चौराहा होते हुए पुनः जिला स्कूल में लौट आया। इस जागरूकता रैली में जिला स्कूल, बीबीएम स्कूल, पूर्णिया कॉलेज सहित 14 स्कूल के कैडेट्स के द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविकाओं को दवा खाने के लिए सहयोग कर रहे है। इस अवसर पर जितेंद्र कुमार और सैय्यद सहित कई अन्य शामिल हुए।

दवा खाने में बरतनी होगी सावधानियां:

एमडीए की गोली स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने ही खानी है।
खाली पेट दवा नहीं खानी है।
गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खानी है।
दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों को दवा नहीं खिलानी है।
गंभीर रूप से ग्रसित व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जाएगी।