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आंगनबाड़ी केंद्रों पर टोकन प्रणाली के जरिये होगा टीएचआर का वितरण

  • अनियमितता की शिकायतों से निपटने को विभाग ने लागू की नयी व्यवस्था
    आंगन एप से सत्यापित लाभुकों के आधार पर होगा टीएचआर पंजी का निर्माण

अररिया(बिहार)आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिल रही सुविधाओं को सुलभ व पारदर्शी बनाने के लिये समाज कल्याण विभाग की ओर से एक नई पहल की गयी है । इससे टेक होम राशन यानि टीएचआर के वितरण से जुड़ी गड़बड़ियों को खत्म किया जा सकेगा। इस नई पहल के तहत विभाग ने पोषाहार टोकन प्रणाली शुरू की है। टोकन प्रणाली से पोषाहार का वितरण सुनिश्चित कराने के लिये सभी आंगनबाड़ी सेविका, महिला सुपरवाइजर, सीडीपीओ को ऑनलाइन माध्यम से जरूरी प्रशिक्षण दिया गया है। ताकि इस नयी प्रणाली का सफल संचालन किया जा सके। इसके लिये आईसीडीएस निदेशक के माध्यम से आईसीडीएस डीपीओ व सभी सीडीपीओ को जरूरी दिशा-निर्देश दिये गये हैं।

पहले की तरह केंद्रों पर होगा टीएचआर का वितरण:
आईसीडीएस निदेशक के माध्यम से जारी पत्र में टोकन प्रणाली से पोषाहार के वितरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। टोकन प्रणाली से पोषाहार वितरण की प्रक्रिया के तहत सेविका द्वारा सत्यापित लाभुकों के बीच ही पोषाहार वितरित की जायेगी। अररिया की सीडीपीओ तनूजा साह ने बताया कि इसके लिये आंगन नामक एप पर लाभुक अपना लॉग इन आधार व पासवर्ड डालकर अपना ओटीपी प्राप्त कर सकेंगे। यहां मोबाइल नंबर अपडेट करने की सुविधा भी मौजूद है। पासवर्ड भूल जाने के बाद इसे दोबारा प्राप्त करने का विकल्प भी एप पर उपल्ब्ध है। वैश्विक महामारी के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीएचआर के वितरण पर तत्काल रोक लगा दी गयी थी। कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर टीएचआर से संबंधित राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभुकों के बैंक खाते में भेजी जा रही थी। नयी व्यवस्था लागू होने के बाद फिर से टीएचआर का वितरण आंगनबाड़ी केंद्रों पर ही किया जायेगा।

सत्यापित लाभार्थी के आधार पर तैयार होगी टीएचआर पंजी:
टीएचआर वितरण के लिये टोकन प्रणाली शुरू किये जाने से पूर्व आईसीडीएस निदेशालय ने सभी सीडीपीओ को आंगन एप पर सेविका के माध्यम से लाभुकों का सत्यापन करने का निर्देश जारी किया है। आंगन एप पर सत्यापित लाभार्थी के अनुसार ही टीएचआर पंजी भी तैयार किया जाना है। पंजी में एक अतिरिक्त कॉलम लाभार्थी का ओटीपी जोड़ा जायेगा। ताकि टोकन प्रणाली से पोषाहार वितरण में किसी तरह की कोई परेशानी से बचा जा सके।

टीएचआर वितरण से जुडीं शिकायतें होगी खत्म:
इस नई व्यवस्था के बारे में आईसीडीएस डीपीओ सीमा रहमान ने कहा आंगनबाड़ी केंद्रों पर 0-6 वर्ष उम्र के बच्चे, गर्भवती व धात्री महिलाएं, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को पूरक पोषाहार के साथ-साथ कई तरह की सुविधाएं आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है। कोरोना काल के दौरान केंद्रों पर टीएचआर के वितरण पर रोक लगा इसके जगह पर टीएचआर के समतुल्य राशि टीबीटी के माध्यम से लाभुकों के बैंक खाता में भेजी जा रही थी। इस नियम में फिर बदलाव करते हुए सरकार ने टोकन प्रणाली के माध्यम से टीएचआर के वितरण का निर्णय लिया है। इससे टीएचआर वितरण से जुड़ी लोगों कि शिकायतों को खत्म करने में मदद मिलेगी।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन:

  • एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
  • सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
  • अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
  • आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।