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मुख्यमंत्री उधमिता योजना के सहयोग से टीशर्ट और लोवर का निर्माण कर दिया गांव में रोजगार

भगवानपुर हाट(सीवान)प्रखंड क्षेत्र के महमदपुर पंचायत के बीरा बनकट गांव के अकबर अली ने मुख्यमंत्री उधमिता योजना के सहयोग से टी शर्ट और लोवर निर्माण का कुटीर उद्योग लगाया है।इस उद्योग के माध्यम से गांव के आधा दर्जनों लोगों के रोजगार मिला है।जिससे इन सभी लोगों के परिवार का भरण पोषण हो रहा है।बिहार सरकार के उधमिता योजना के तहत गांव में रोजगार सृजन का उद्देश्य सफल होता दिखाई दे रहा है।

सरकार ने इस योजना के तहत कुटीर उद्योग लगाने के लिए दस लाख रुपया दे रही है।जिसमे पांच लाख रुपया का अनुदान है।जबकि पांच लाख रुपया एक प्रतिशत के साधारण ब्याज पर दे रही है।जिसको कुटीर उद्योग के शुरू होने के एक वर्ष बाद से 84 किश्तों राशि वापस करना है।
एक टीशर्ट और लोवर के निर्माण पर खर्च होती 170 रुपया
अकबर अली ने बताया की एक टी शर्ट और लोवर के निर्माण पर 170 रुपया लागत खर्च आता है।जिसमे कपड़ा और कारीगर पर राशि खर्च होता है।जिसमे कपड़ा कटाई पर चार रुपया,सिलाई पर 20 रुपया से लेकर 32 रुपया तक खर्च होता है।

जबकि एक किलो कपड़ा में चार टी शर्ट और छह लोवर का निर्माण होता है।कपड़ा प्रति किलो 280 रूपये से लेकर 600 रूपये तक आता है।कपड़ा के लघु कुटीर उद्योग से ग्रामीण स्तर पर कुशल कारीगरों को प्रतिदिन पांच सौ रुपया मिला जाता है।उन्होंने बताया की यदि बिजली लगातार मिले तो एक कारीगर पांच सौ रुपए से अधिक काम कर सकता है।

आसपास के बाजारों में होती है सप्लाई
रेडीमेड टी शर्ट और लोवर की सप्लाई में कोई परेशानी नहीं होती है।उन्होंने कहा की जब कपड़ा तैयार हो जाता है तो या तो हम दुकान में पहुंचा देते है या फिर दुकानदार आकार ले जाते है।जिससे परिवार का घर पर रहकर भरना पोषण हो जाता है।

पलायन रोकने में कारगर भूमिका अदा करेगा मुख्यमंत्री उधमिता योजना
अकबर अली ने बताया की मुख्यमंत्री उद्यमिता योजना से बिहार के ग्रामीण इलाके से हो रहे पलायन को रोकने में कारगर भूमिका अदा कर सकता है।क्योंकि लघु कुटीर लगाकर एक व्यक्ति छह से दस लोगों को रोजगार दे सकता है तथा खुद को प्रति माह बीस से तीस हजार रुपया कमा सकता है।