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बिहार में सबसे ज्यादा महिला पुलिस और स्वयं सहायता समूह

हाजीपुर:राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा महिला पुलिसकर्मी और महिला स्वयं सहायता समूह बिहार में हैं। यह गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि आयोग महिलाओं के लिए मायके जैसा है। महिलाएं बेहिचक अपनी बात रखें, ताकि समाधान हो सके।

गुरुवार को हाजीपुर समाहरणालय सभा कक्ष में “राष्ट्रीय महिला आयोग-आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत जन सुनवाई हुई। इसमें 56 मामलों की सुनवाई हुई। इनमें 31 पुराने और 25 नए मामले थे। अधिकतर मामले पति-पत्नी या पारिवारिक विवाद से जुड़े थे। सुनवाई करीब 3 घंटे 30 मिनट चली।

श्रीमती रहाटकर ने कहा कि आयोग तक हर महिला की पहुंच होनी चाहिए। हर साल आयोग को देशभर से करीब एक लाख शिकायतें मिलती हैं। सभी महिलाओं के लिए दिल्ली आना संभव नहीं। इसलिए आयोग खुद उनके पास पहुंच रहा है।

उन्होंने बताया कि बिहार के सभी जिलों में “तेरे मेरे सपने” नाम से विवाह पूर्व संवाद केंद्र खोले जाएंगे। यह केंद्र युवाओं को शादी से पहले संवाद, अपेक्षाओं और पारिवारिक मूल्यों को समझने में मदद करेगा। देशभर में 11 राज्यों में 23 ऐसे केंद्र पहले ही खुल चुके हैं। इस साल 100 जिलों में और केंद्र खोलने का लक्ष्य है।

इससे पहले जिलाधिकारी यशपाल मीणा ने जिले में महिलाओं के लिए चल रही योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैशाली जिले का प्रदर्शन इन योजनाओं के क्रियान्वयन में बेहतरीन है।

जन सुनवाई में एसपी (सीआईडी) मो. आमिर जावेद, उप विकास आयुक्त कुंदन कुमार, डीएसपी (हेडक्वार्टर) अबू हसन इमाम, डीपीआरओ नीरज, डीपीओ (आईसीडीएस) प्रतिमा कुमारी, महिला विकास परियोजना पदाधिकारी जुलेखा, वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक प्रियंका कुमारी, काउंसलर कार्तिक कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के साथ आयोग की सीनियर कोऑर्डिनेटर एम. लीलावती, लीगल एक्सपर्ट ख्याति यादव और लीगल काउंसलर निधि आर्य भी उपस्थित रहीं।