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कोरोना काल में मधुमेह रोगियों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत

अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस को लेकर सदर अस्पताल परिसर में 25 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुफ्त जांच शिविर का आयोजन
मधुमेह जांच शिविर में प्रतिदिन हो रही हैं भीड़

पूर्णिया(बिहार)अनियमित खानपान, बढ़ती भागदौड़, खराब जीवनशैली के कारण मधुमेह के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही हैं। इसकी रोकथाम के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस के अवसर पर ज़िले में 25 नवंबर से 2 दिसंबर तक सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन किया गया है। सदर अस्पताल पूर्णिया के ओपीडी में भी मधुमेह बीमारी से बचने के लिए मुफ़्त जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन किया गया है। आने वाले सभी मरीजों को नि:शुल्क जांच की जा रही है। साथ ही आवश्यक दवा भी निःशुल्क दिया जा रहा है। इस दौरान मरीजों को मधुमेह से बचाव के लिए व्यायाम करने, शरीर का वजन कम करने के साथ ही देखभाल व प्रबंधन के संबंध में जागरूक भी किया जा रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस को लेकर सदर अस्पताल परिसर में 25 नवंबर से 2 दिसंबर तक मुफ्त जांच शिविर का आयोजन:
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ वीपी अग्रवाल ने मधुमेह बीमारी के कारणों और लक्षणों के संबंध में बताया कि मानव के रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाने से मधुमेह जैसी बीमारियां होती है। इसके कुछ लक्षण भी हैं जिन्हें बार-बार पेशाब लगना, प्यास लगना, भोजन करने के बावजूद वजन का कम होना जैसे प्रमुख हैं। साथ ही पैरों की उंगलियों में शीघ्र ठीक न होने वाले घाव हो जाना, फोड़े-फुंसियां होना, उच्च रक्तचाप का बढ़ना, ज्यादा थकान होना तथा महिलाओं में मासिक स्राव में विकृति या समय पूर्व बंद हो जाना भी मधुमेह के लक्षण माने जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के इस दौर में मधुमेह रोगियों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत पड़ती है। अधिक भागदौड़ होने के बावजूद अपने खानपान में संतुलित आहार लेकर मधुमेह जैसी भयानक बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। मधुमेह पीड़ित रोगियों को ज्यादा से ज्यादा फल एवं हरी सब्जियां जैसे: मेथी, लौकी, करेला, तोरी, शलजम, प्याज, जामुन, लहसुन, बेल फल, टमाटर, बथुआ, पालक, बंदगोभी तथा पत्तेदार सब्जी खानी चाहिए। बताया कि चावल खाने से बेहतर ज्यादा मात्रा में रोटी खानी चाहिए। खासकर आटे में दो भाग गेहूं, एक भाग चना, एक भाग सोयाबीन मिलाकर ही रोटी खानी चाहिए। साथ ही खट्टे स्वाद वाले फल, सलाद एवं धनिए की चटनी का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए सबसे ज़्यादा फायदेमंद होता है।

मधुमेह जांच शिविर सह चिकित्सकीय परामर्श केंद्र में प्रतिदिन हो रही है भीड़:
सदर अस्पताल की स्वास्थ्य प्रबंधक सिंपी कुमारी ने बताया कि सदर अस्पताल सहित ज़िले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुफ्त जांच एवं परामर्श में ज़्यादा संख्या में मरीज़ आ रहे हैं। जांच के बाद उपलब्ध दवाओं का वितरण भी किया जा रहा है। एक सप्ताह तक नियमित रूप से मधुमेह की जांच की जाएगी और जिन लोगों में शुरुआती लक्षण दिखाई देखे जा रहे हैं उन्हें ज्यादा से ज्यादा टहलने, व्यायाम करने, तेल व मसालेदार सब्जियों के खाने से परहेज करने की सलाह दी जा रही है। क्योंकि सर्दी में तेल या मसालेदार सब्जियां खाने से शारीरिक गतिविधियों में रुकावट आ जाती है। सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लिए शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन्स का होना बेहद जरूरी होता है। विटामिन ए की कमी से आंखों की रौशनी पर ज्यादा असर पड़ता है। जिस कारण धुंधलापन, कमजोर रौशनी की समस्या बढ़ जाती है। जिससे मधुमेह के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसे रोकने के लिए अपने संतुलित आहार में मछली, अंडा, चिकेन, दूध, गाजर, पालक जैसी हरी सब्जियों को लेना चाहिए।

कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां भी बरतनी चाहिए:
प्रतिदिन करें ब्लड शुगर की जांच
खाली पेट-130 मिली ग्राम
खाने के दो घंटे बाद

शुगर लेवल की जांच अवश्य करवाएं
छोटे घाव को खुला न छोड़ें
जूस पीने के बजाय फल चबाएं
नियमित रूप से व्यायाम करें और अपने वजन को लगातार मापें

कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन:

  • एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
  • सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
  • अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
  • आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।