चार लाख शिक्षकों के सम्मान से खिलवाड़ कर रही सरकार : कुशवाहा
शिक्षकों का विरोध सरकार के लिए राजनीति प्रलय साबित होगा।
हड़ताली शिक्षकों की मांग अविलंब पूरा करने की मांग।
हाजीपुर(वैशाली)बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ(संबद्ध महासंघ गोप गुट)वैशाली के जिला सचिव सह बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति वैशाली के जिला कमिटी के सक्रिय सदस्य पंकज कुशवाहा ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि बिहार सरकार चार लाख नियोजित शिक्षकों के सम्मान से खिलवाड़ कर रही है।सरकार को दो टुक अंदाज में कहा है कि सरकार हड़ताली शिक्षकों की समस्या का जल्द निदान करें नहीं तो यह चार लाख नियोजित शिक्षकों का विरोध सरकार के लिए राजनीति प्रलय लाने को मजबूर होगा।वहीं इन्होंने शिक्षा मंत्री के बयान की भी निंदा करते हुए कहा कि तीन महीने के बदले एक महीने का वेतन देने को घोषणा को बड़ी बहादुरी के साथ करते है और एक दैनिक अखबार द्वारा इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करना दुर्भाग्यपूर्ण बताया।आगे तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि बिहार का दुर्भाग्य है कि तीन महीने के बदले एक महीने का वेतन देने की घोषणा एक प्रतिष्ठित अखबार प्रकाशित करता है जो शायद यह नैतिकता के निम्न स्तर को प्रदर्शित करता है।जिस राज्य में चार लाख नियोजित शिक्षक सरकार के वादा खिलाफी के विरूद्ध अपने सात सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल पर हैं तो वहीं शिक्षा मंत्री कोरोना मरीज की तरह दूर से ही शिक्षकों को सलाह देकर और अपील कर अपने दायित्वों को इतिश्री समझ लेते हैं वाकई अकल्पनीय है।इन्होंने यह भी कहा कि किसी भी देश में स्वस्थ्य लोकतंत्र में धरना-प्रदर्शन,हड़ताल तंत्र का ह्रास नहीं बल्कि आगामी विकास की बुनियाद तैयार करता है।शिक्षक उसी पथ का पथिक है।सरकार अपना अहंकार त्याग कर संगठन के शीर्ष नेतृत्व से अविलंब वार्ता कर शिक्षकों के समस्या का समाधान कर दूरदर्शिता दिखलाए नहीं तो चार लाख शिक्षकों का विरोध किसी भी सरकार के लिए राजनीति प्रलय से कम नहीं होगा।