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रिपोर्ट पॉजिटिव हो या रोग का कोई लक्षण दिखे तो खुद को आइसोलेट करना जरूरी

  • वक्त रहते करेंगे जरूरी एहतियाती उपायों पर अमल, तो संक्रमण की परेशानी से जल्द होंगे रिकवर
  • वैश्विक महामारी के इस दौर में अपने स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाये रखना जरूरी

अररिया(बिहार)जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से अपना पांव पसारने लगा है। हर दिन संक्रमण के मामलों का रिकार्ड बन रहा है। जाहिर है इससे लोगों की परेशानियां बढ़ रही हैं । इससे उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है। राहत की बात है कि अधिकांश मरीजों में रोग संबंधी कोई खास लक्षण नहीं दिखते हैं। यही कारण है कि फिलहाल 97 फीसदी एक्टिव मरीज होम आइसोलेशन में इलाजरत हैं। ऐसे मरीज अपने घर पर रहते हुए आसानी से ठीक भी हो रहे हैं। ऐसे में रिपोर्ट पॉजिटिव हो या रोग संबंधी किसी तरह का कोई लक्षण दिखने पर होम आइसोलेशन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हर दिन रफ्तार पकड़ती महामारी के दौर में हमें कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

कैसे समझें कि आप संक्रमित हैं:
सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता के मुताबिक वैश्विक महामारी के इस दौर में सबसे पहले रोग के लक्षणों को गंभीरता से लेना जरूरी है। सूखी खांसी, गला सूखना, बुखार, जुकाम कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षण हैं। कई मरीजों में सूंघने व स्वाद महसूस करने की शक्ति कम या पूरी तरह खत्म हो जाती है। सरदर्द व बदन दर्द के साथ काफी थकान महसूस होने लगता है। इतना ही नहीं सांस लेने में तकलीफ, शरीर में ऑक्सीजन की कमी, सीने में दर्द व दबाव महसूस होना रोग के अन्य लक्षणों में शुमार हैं। शुरुआती दौर में ही रोग की पहचान करते हुए विशेष सावधानी बरतना जरूरी है। नहीं तो बीतते समय के साथ रोग गंभीर रूप लेने लगता है। इसलिये वर्तमान समय में हम सभी को अपने स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाये रखना जरूरी है।

रोग के लक्षण दिखें तो क्या करें:
कोरोना के अधिकांश मामलों में रोगी में रोग के कोई खास लक्षण नहीं दिखते। बावजूद इसके हमें अपने स्तर से सावधानी बरतने की जरूरत है। सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने बताया अपनी सेहत पर तनिक भी संदेह होने पर सबसे पहले आप खुद को दूसरों से पूरी तरह अलग-थलग कर लें। संक्रमण के तेज प्रसार को रोकने के लिहाज से यह जरूरी है। प्राथमिकता के आधार पर अपनी जांच करायें। रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा किये बगैर खुद को आइसोलेट कर लें। नहीं तो रिपोर्ट आने तक आप कई लोगों के बीच बीमारी बांट चुके होंगे। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने व होम आइसोलेशन रहने के दौरान आपको समय-समय पर शरीर का तापमान, ऑक्सीजन का स्तर नापते रहना होगा। चिकित्सकीय परामर्श से जरूरी दवाओं का सेवन नियमित रूप से करें। जरूरी चिकित्सकीय सलाह व किसी तरह की मदद के लिये आप जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष के टॉल फ्री नंबर 18003456617 पर संपर्क कर सकते हैं। आप जहां भी हो दूसरे व्यक्ति से कम से कम छह फीट की दूरी बनाये रखें। किसी से अपना खाने का बर्तन, कपड़ा, मोबाइल आदि का इस्तेमाल नहीं करने दें। अगर आपके कमरे में किसी और का रहना मजबूरी है। कमरा को पूरी तरह हवादार बनाये रखने का प्रयास करें।

होम क्वारेंटिन से कब हों मुक्त:
रोग का लक्षण दिखने के दस दिन बाद आपके स्वस्थ होने की पूरी संभावना होती है। बशर्ते कि बीते तीन दिनों से आपको बुखार नहीं आया हो। बावजूद इसके अगले सात दिनों तक लोगों से पर्याप्त दूरी बनाये रखना जरूरी है। सिविल सर्जन ने कहा स्वास्थ्य में पर्याप्त सुधार आने के बावजूद आपको उचित खान-पान व नियमित रूप से व्यायाम हर किसी के लिये लाभकारी है। इससे सांस लेने की क्षमता व शारीरिक ताकत में वृद्धि संभव है। संक्रमण से उबरने के बावजूद रोग संबंधी कुछ समस्या कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। लेकिन इससे घबराने की जगह संतुलित दिनचर्या को अपना कर इन समस्याओं से आसानी से निजात पाया जा सकता है।

इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर रहें:

  • मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
  • लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
  • जरूरी नहीं हर सर्दी-खांसी कोरोना ही है, इसलिए, निर्भीक होकर सकारात्मक सोच के साथ कराएं जाँच।
  • अधिक जरूरी पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें।
  • घर में सकारात्मक माहौल बनाएं और रचनात्मकता कार्य करें।
  • साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं।