Home

जिले के कोविड केयर सेंटर महेश्बथ्ना में सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध: सिविल सर्जन

होम आइसोलसन में संक्रमित व्यक्ति भी है स्वस्थ्कर्मी की निगरानी में
जिले में कोविड-19 के संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध है वेंटिलेटर की सुविधा

किशनगंज(बिहार)कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग है। संक्रमण से बचाव के लिए विभाग की ओर से आवश्यक तैयारी की जा रही है। इसी कड़ी में संक्रमण से निपटने के लिए सकारात्मक पहल शुरू की गई है। सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने जिले में संचालित कोविड-केयर सेंटर का निरीक्षण किया। जहां संक्रमित मरीजों को उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सुविधाओं का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया तथा सभी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सकों, पारा मेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति रोस्टर के अनुसार करके उपस्थिति सुनिश्चित करने का आदेश दिया।

जिले में कोविड-19 के संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध है वेंटिलेटर की सुविधा:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों को 24 घंटे चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चिकित्सकों व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिले के ट्रामा सेंटर में कुल 06 क्रियाशील वेंटिलेटर उपलब्ध हैं तथा जिले के कोविड केयर सेंटर महेश्बथ्ना में एक साथ कुल 100 शय्या बेड की व्यवस्था की गयी है। बेड के साथ, ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता, आवश्यक औषधि एवं उपकरण की उपलब्धता, साफ सफाई की व्यवस्था, खानपान की व्यवस्था, चिकित्सक एवं पारा मेडिकल कर्मियों की रोस्टर की उपलब्धता, सीसीटीवी की उपलब्धता, आवश्यक सैनिटाइजेशन सुनिश्चित की जा रही है ।

दवाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता करें सुनिश्चित:
सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने बताया जिले के कोविड केयर सेंटर महेश्बथ्ना में भर्ती होने वाले कोरोना के उपाचाराधीन मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से भोजन व नास्ता उपलब्ध कराया जा रहा है । मरीजों को तीन टाइम भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। इसको लेकर सिविल सर्जन ने संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने कहा भर्ती मरीजों को ससमय भोजन एवं नास्ता उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए इसका ख्याल रखें।साथ ही सेंटर में आवश्यक दवाओं, उपकरणों एवं आक्सीजन, पल्स ऑक्सीमीटर इत्यादि की व्यवस्था करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सेंटर में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने का निर्देश दिया है।

होम आइसोलेसन में स्थित संक्रमित व्यक्ति भी है स्वास्थ्य कर्मी की निगरानी में:
सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने बताया कोरोना संक्रमित मरीजों का फोन कॉल के माध्यम से फालोअप किया जा रहा है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा गृह भ्रमण कर निगरानी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को कोविड दवा किट भी उपलब्ध करायी जा रही है। इसके साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल पूछा जा रहा है। माइक्रो कंटेनमेंट ज़ोन में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोविड-19 जांच रैपिड एंटीजन किट के माध्यम से की जा रही है। वहीं आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका तथा एएनएम के द्वारा 14 दिनों तक गृह भ्रमण कर प्रत्येक व्यक्तियों के लक्षणों के बारे में जानकारी ली जा रही है। कहा संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। वह संक्रमित होने के बाद भी घर के बाहर घूम रहे हैं। यदि संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में नहीं रह रहे हैं, तो उन के माध्यम से संक्रमण अन्य व्यक्तियों में फैलने की प्रबल संभावना है। उन्होंने एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को अपने-अपने प्रखंड अंतर्गत कोविड-19 के संक्रमित व्यक्ति जो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं , उनके घर का भ्रमण स्वयं करने एवं उनके होम आइसोलेशन का दृढ़ता पूर्वक अनुपालन सुनिश्चित करवाने के निर्देश भी दिया है। उन्होंने कहा यदि संक्रमित व्यक्ति द्वारा होम आइसोलेशन के गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है तो उन्हें जिला स्थित आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाएगा ताकि संक्रमण प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।

कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन:
• एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
• सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेसकवर या मास्क पहनें।
• अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
• आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
• छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।