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बिहार के दूसरे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का पूर्णिया में हुआ उद्घाटन

अब कालाजार के मरीजों को धमदाहा स्थित एसडीएच में मिलेगी बेहतर सुविधाएं:

पटना स्थित आरएमआरआई रेफर करने की आवश्यकता नहीं: निदेशक

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, कालाजार के लिए बेहतर विकल्प: सिविल सर्जन

पूर्णिया(बिहार)जिला ही नहीं बल्कि बिहार और देश से कालाजार जैसी बीमारी के उन्मूलन को स्वास्थ्य विभाग अनवरत प्रयास करते आ रहा है। जिसको लेकर “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” का विधिवत उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ.अभय प्रकाश चौधरी व आरएमआरआई पटना के निदेशक डॉ. कृष्णा पाण्डेय ने धमदाहा स्थित एसडीएच में किया। मौके पर उप निदेशक डॉ विद्यानंद रविदास, स्थानीय एसडीएच के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.मनोज कुमार और डीएनडीआई के डॉ.गौरव मित्रा,डीवीबीसीओ रवि नंदन सिंह,डीवीबी सलाहकार सोनिया मंडल, ड्रग्स फॉर नेगलेक्टेड डिजीजेज इनिशिएटिव(डीएनडीआई) के संचालन प्रमुख अमित मल्लिक,मनीषा शर्मा, दीपाली वर्मा,आईईसी के राजकिशोर राय, डब्ल्यूएचओ के डॉ दिलीप कुमार,पिरामल स्वास्थ्य की ओर से डीपीओ चंदन कुमार,सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कालाजार बीमारी के लिए बेहतर विकल्प: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ.अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस न केवल कालाजार बीमारी के लिए बेहतर विकल्प होगा बल्कि अस्पताल में इस परियोजना के तहत लैब अपग्रेडेशन से अन्य मरीजों और चिकित्सकों को भी मदद मिलेगी।क्योंकि डीएनडीआई अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर राज्य में कालाजार उन्मूलन को लेकर भरपूर सहयोग कर रहा है।जिला सहित पूरे राज्य से कालाजार जैसी बीमारी को मिटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। जिसको लेकर बिहार के दूसरे “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना जिले के अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा में की गयी है।

पटना स्थित आरएमआरआई रेफर करने की आवश्यकता नहीं: निदेशक
राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट मेडिकल सांइस के निदेशक डॉ कृष्णा पाण्डेय ने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना कालाजार उन्मूलन के लिए कार्य करने वाली डीएनडीआई जैसी संस्था के दिमाग की उपज है। यह वीएल,पीकेडीएल और एचआईवी वीएल के दूर-दराज के उन रोगियों के उपचार की पूर्ति करेगा,जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। सबसे अहम बात यह है कि वैसे अभिभावक या मरीजों को पटना स्थित आरएमआरआई रेफर करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।क्योंकि स्थानीय स्तर पर अभी जांच की सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं।

कालाजार जैसी बीमारी को जड़ से मिटाना पहला लक्ष्य: डॉ.आरपी मंडल
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि कालाजार जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए हमलोग अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं।क्योंकि स्वास्थ्य विभाग का पहला और अंतिम लक्ष्य मान कर हमलोग कार्य कर रहे हैं। इसके अंतिम चरण में हमें कुछ जटिल प्रक्रियाओं जैसे- प्लीहा,आकांक्षा और उपचार में कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।फ़िलहाल यह विशेष परीक्षण केवल पटना स्थित आरएमआरआई में उपलब्ध है। लेकिन अब अपने पूर्णिया के धमदाहा अस्पताल में शुरुआत कर दी गई है।

डीएनडीआई के सहयोग से बना लैब क्षेत्र का गौरव: एमओआईसी
अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस न केवल कालाजार के लिए सार्थक साबित होगा,बल्कि अस्पताल सहित आसपास के जिलों में इस परियोजना के तहत लैब की स्थापना होने से अन्य मरीजों सहित अन्य चिकित्सकों को भी काफी मददगार होगा।