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दो वित्तीय वर्ष के लिए जिला स्वास्थ्य कार्ययोजना बनाने को लेकर किया गया मंथन: सिविल सर्जन

स्वास्थ्य कार्ययोजना बनाने को लेकर कार्यशाला आयोजित:

पूर्णिया(बिहार)जिला और प्रखंडस्तरीय स्वास्थ्य कार्ययोजना तैयार करने के बाद ही ज़िले के सभी क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की योजनाएं धरातल पर उतारी जाती हैं। उक्त बातें जिलास्तरीय स्वास्थ्य कार्य योजना तैयार करने को लेकर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान सिविल डॉ.सर्जन अभय प्रकाश चौधरी ने कही। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के जिला और प्रखंडस्तरीय अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।  सिविल सर्जन ने कहा कि यह कार्यशाला आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 की जिला स्वास्थ्य कार्ययोजना (डीएचएपी) तैयार करने को लेकर आयोजित की गयी है।राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल स्थित पारा मेडिकल एकेडमिक सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था।इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ.अभय प्रकाश चौधरी, डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास,जिला लेखा प्रबंधक पंकज कुमार मिश्रा,डीपीसी डॉ.सुधांशु शेखर, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी आलोक कुमार, पिरामल स्वास्थ्य के जिला प्रमुख संजीव कुमार एवं डीटीएल आलोक पटनायक, यूनिसेफ के राजकुमार, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी,अस्पताल प्रबंधक,बीएचएम और प्रखंड लेखापाल उपस्थित थे।

दो वित्तीय वर्ष की जिला स्वास्थ्य कार्ययोजना बनाने को लेकर किया गया मंथन: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ.अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि जिला स्वास्थ्य कार्य योजना का मतलब यही होता है कि नागरिकों को स्वस्थ रहने के लिए आपको क्या करने की आवश्यकता है। साथ ही यह भी आपको बताता है कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए आपको किन – किन सेवाओं और सहायता की आवश्यकता है। जिलास्तरीय अधिकारियों सहित कई अन्य के द्वारा योजना निर्माण को लेकर विस्तारपूर्वक विचार किया गया। वहीं वरीय अधिकारियों द्वारा अपने – अपने अनुभवों के आधार पर कई प्रकार की जरूरी  सलाह दी गयी। जिसके आधार पर आगामी कार्यक्रम कार्यान्वयन योजना (पीआईपी) तैयार करायी जाएगी।