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पुलिस के भय से लोग घर छोड़ फरार,गांव में पसरा सन्नटा

घायल पुलिस पदाधिकारी के बयान पर 22 लोगों पर दूसरी बार कांड दर्ज

भगवानपुर हाट(सीवान)थाना क्षेत्र के कौड़ियां टोले लिलही के एक युवक को पिटाई करने हुई मौत के बाद गांव में तनाव व्याप्त था।वही पुलिस पर हमला करके तीन पुलिस पदाधिकारियों एवं एक जवान को घायल करने के बाद पुलिसिया कार्रवाई के भय से गांव के लोग घरों को छोड़कर फरार हो गए है।वही पुलिस के भय से पूरे गांव में सन्नटा फैला हुआ है।घटना के बाद शव जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा मृतक रोहित कुमार के परिजन एवं ग्रामीण शव को एन एच 227ए पर शव को रखकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।जिससे लगभग तीन घंटे सड़क जाम हो गया।जिससे आवागमन बाधित हो गया।सड़क जाम हटाने गई पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोल दिया।जिससे दो पुलिस पदाधिकारी एसआई रवि कुमार और एएसआई शैलेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।वही सोमवार के रात में ही छापेमारी करने गई पुलिस पर एक बार फिर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया।जिसमे एएसआई कृष्णा राम,सिपाही दीपक कुमार और दारौंदा थाना होमगार्ड का जवान ओमप्रकाश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए।हमलावरों ने कई पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया।सड़क जाम वाले मामले में थानाध्यक्ष संजीव कुमार के बयान पर 18 लोगों को नामजद तथा दो सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध सड़क जाम करने तथा पुलिस पर हमला करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई है।प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए कारवाई में जुटी है। पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी के भय से सभी नामजद आरोपित गांव छोड़ फरार हो गए है।वही दो सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज होने की खबर पर गांव के कई घरों के लोग घर में ताला लटका पुलिस के भय से अन्यत्र चले गए है।

घायल पुलिस पदाधिकारी के बयान पर 22 लोगों पर दूसरी बार कांड दर्ज

थाना क्षेत्र के कौड़ियां टोला लिलही में छापेमारी करने सोमवार की रात्रि में गई पुलिस पर उपद्रवियों द्वारा हमला कर तीन पुलिस कर्मियों को घायल करने तथा सरकारी वाहन को क्षतिग्रस्त करने के मामले में पुलिस पदाधिकारी कृष्णा राम के बयान पर 22 लोगों को नामजद तथा 20 से 25 अज्ञात लोगो के खिलाफ कांड दर्ज कि गई है । थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने सूचना देते हुए बताया की रोहित कुमार के हत्या के मामले में फरार आरोपित नीतेश कुमार को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस कौड़ियां टोले लिलही में सोमवार की रात में गई थी। जहां पुलिस पर ग्रामीणों ने लाठी डंडा भला फरसा,तलवार आदि से हमला कर दिया । जिसमे पुलिस पदाधिकारी कृष्णा राम , सिपाही दीपक कुमार एवं दरौंदा थाना में पदस्थापित होमगार्ड के सिपाही ओम प्रकाश यादव गंभीर रूप से घायल हो गए । उन्होंने बताया कि हमलवार सरकारी वाहनों पर हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया।उन्होंने ने बताया कि हमलवार पुलिस पदाधिकारी कृष्णा राम का मोबाइल छीन लिए एवं पुलिस से शस्त्र छीनने का प्रयास किया । इस मामले में रवि कुमार महतो,बृज किशोर महतो, राहुल कुमार,दीपक कुमार,किरण कुमारी,अमलेश कुमार,जलेश्वर महतो,सूरज साह,प्रभु महतो,बाबू लाल महतो,माला देवी,संपति देवी सहित अन्य 22 लोगो को नामजद किया है।पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है।

घटना के बाद चर्चा का बाजार गर्म

सोमवार को युवक के मौत के बाद पुलिस और पब्लिक के बीच दो दो बार हुई झड़प में पुलिस पदाधिकारियों एवं ग्रामीणों का जख्मी होना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।सभी जगह चर्चा होती देखी जा रही है की पुलिस पर हमला करना अपराधिक चरित्र का प्रदर्शन करता है।चर्चा के अनुसार लोगों का मानना है की पुलिस सड़क जाम हटाने गई थी। उस स्थिति में पुलिस पर हमला करना गलत है।वही यह भी चर्चा हो रहा है की पुलिस को इतनी जल्दी क्या थी की घटना के रात में ही हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए गांव में छापेमारी शुरू कर दी।जबकि बड़े बड़े घटनाओं में पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने के बाद स्थिति को देखते हुए करवाई करती है।जबकि इस मामले में पुलिस ने युवक के शव का दाह संस्कार होने तक का इंतजार नहीं किया।जिसके फलस्वरूप पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प होने की चर्चा जोड़ सोड़ से हो रही है।