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पूर्णियाँ में जापानी इंसेफेलाइटिस टीकाकरण अभियान की हुई शुरुआत

• सिविल सर्जन ने की अभियान की शुरुआत
• 1 वर्ष से 15 वर्ष तक के बच्चों को लगेगा टीका
• कोरोना संक्रमण से बचाव का रखा जाएगा ख्याल
• आंगनबाड़ी केंद्रों में भी लगेंगे टीके

पूर्णियाँ(बिहार)जिले के सदर अस्पताल में बुधवार को सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा द्वारा बच्चे को टीका लगाकर जापानी इंसेफेलाइटिस टीकाकरण(जेई) अभियान की शुरुआत की गई. यह टीका सभी बच्चों में होने वाले जापानी इंसेफेलाइटिस यानी चमकी बुखार से बचाव में सहायक होगा.
टीकाकरण अभियान की शुरुआत करते हुए सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने कहा अभी के समय में बच्चों में चमकी बुखार की समस्या बढ़ जाती है, जिसकी रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा अभियान चलाकर सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाना है. इसकी शुरुआत बुधवार से हो रही है. इस अभियान में सभी बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों के अलावा कैम्प लगाकर भी टीकाकरण किया जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा सभी लोग अपने बच्चों का टीकाकरण करायें. यह टीकाकरण जेई से बचाव के लिए जरुरी है एवं टीके का कोई साइड इफ़ेक्ट भी नहीं है.

1 वर्ष से 15 वर्ष के बच्चों को लगेगा टीका :

सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने कहा जापानी इंसेफेलाइटिस का टीका 1 वर्ष से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों को दिया जाएगा. जिले में 1 से 15 वर्ष के बच्चों की संख्या 12.32 लाख है. इन सभी बच्चों के लिए 13.68 लाख डोज वेक्सीन जिला में उपलब्ध कराया गया है. 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविकाओं की मदद से किया जाएगा. केंद्र में 1 से 15 वर्ष के ऐसे बच्चों को भी टीका लगाया जाएगा जो किसी वजह से विद्यालय जा सकने में असमर्थ हैं. 6 से 15 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण विद्यालयों में कराया जाएगा.

स्वास्थ्य कर्मियों व आशाओं को दिया गया है प्रशिक्षण :

जापानी इंसेफेलाइटिस टीकाकरण के सफल संचालन के लिए जिले में सभी स्वास्थ्य अधिकारियों व आशा कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है. उन्हें टीकाकरण सम्बंधित जानकारी दी गई है. टीके के रख-रखाव, बच्चों में दिए जाने वाले डोज, टीकाकरण हेतु निर्धारित किए गए रूट व स्थान की जानकारी सभी अधिकारियों को दी गई है. इसके साथ ही प्रखंडवार पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण हेतू जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रखंड का आवंटन किया गया है, जहां उनके द्वारा दी जा रही टीकाकरण की जांच की जाएगी.

कोरोना संक्रमण से बचाव का रखा जाएगा ध्यान :

जापानी इंसेफेलाइटिस टीकाकरण अभियान के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव का भी ध्यान रखा जाएगा. इस सम्बंध में सिविल सर्जन द्वारा निर्देश दिया गया है. टीकाकरण के लिए बच्चों को कतारबद्ध पंक्तियों में रखने, उनके बीच सोशल डिस्टेनसिंग रखने, टीकाकरण के दौरान मास्क, ग्लव्स का प्रयोग करने आदि का विशेष तौर से ध्यान रखने का निर्देश सिविल सर्जन द्वारा दिया गया है.

जापानी इंसेफेलाइटिस से सतर्कता बरतने के लिए ध्यान रखें :
• सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
•शिशुओं को जेई का टीकाकरण करायें.
• आसपास व घर में सफाई रखें
गंदे पानी का जमाव नहीं होने दें.
•साफ या उबाला हुआ पानी पियें.
•बच्चों को सुपाच्य व पौष्टिक आहार दें.
• बुखार आने पर भी डॉक्टर को दिखायें.
• जेई के लक्षण दिखाई देने पर चिकित्सक से सम्पर्क करें.