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सितंबर माह मनेगा पोषण माह, पोषण कैलेंडर जारी

  • जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा जिले की सभी सीडीपीओ, महिला सुपरवाइजर व डाटा एंट्री ऑपरेटर के साथ की गई वर्चुअल मीटिंग
  • जिला, परियोजना स्थल व गांव स्तर तक आयोजित होगी गतिविधियाँ
  • विभाग द्वारा जारी किया गया है पोषण कैलेंडर
  • आंगनवाड़ी केन्द्रों पर चलाए जाएंगे कार्यक्रम
  • विभिन्न विभागों का मिलेगा सहयोग

पूर्णियाँ(बिहार)पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूरे सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा. राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान जिला, परियोजना स्थल व गांव-गांव में अवस्थित आंगनवाड़ी केन्द्रों तक विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाना है. पोषण माह के दौरान आयोजित किए जाने वाले गतिविधियों को लेकर विभाग द्वारा साप्ताहिक कैलेंडर भी जारी किया गया है व इसके सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं. इसे लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस) द्वारा जिले के सभी सीडीपीओ, महिला सुपरवाइजर व डाटा ऑपरेटर के साथ वर्चुअल मीटिंग गूगल मीट के जरिए की गई व अभियान सम्बंधित निर्देश दिए. वर्ष 2020 राष्ट्रीय पोषण माह का थीम “किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर तीव्र कुपोषण (सैम) और वृक्षारोपण के साथ बच्चों की पहचान और ट्रैकिंग रखी गई है.

लोगों तक पोषण की जानकारी के लिए आयोजित होगी गतिविधियाँ :

मीटिंग में आईसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शोभा सिन्हा ने बताया पोषण के लिए जिला से लेकर गांव स्तर तक अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन कराया जाएगा. पोषण माह में प्रत्येक सप्ताह के लिए अलग-अलग कार्यक्रम निर्धारित हैं. लोगों तक पोषण सम्बधी जानकारियां पहुँचाने के लिए पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना व संचालन, ई-रिक्शा, टेम्पो द्वारा पोषण संदेशों का प्रचार-प्रसार, सघन अनुश्रवण कार्यक्रम इत्यादि गतिविधियाँ जिला व प्रखंड स्तर तक करवाया जाएगा.

आंगनवाड़ी केन्द्रों पर चलाये जाएंगे कार्यक्रम :
शोभा सिन्हा ने कहा कि सही पोषण की जानकारी हर घर तक पहुँचे इसके लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पूरे माह अलग-अलग गतिविधियों का संचालन निष्पादित किया जाएगा. प्रथम सप्ताह में ‘घर-घर क्यारी, पोषण थाली अभियान’ सह पौधा रोपण, जननी सेवा, गोदभराई दिवस, पोषण नारों का दीवार लेखन के साथ-साथ ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (भीएचएसएनडी) का आयोजन किया जाएगा. दूसरे सप्ताह में भी इन गतिविधियों के अलावा बच्चों के प्रति उत्तरदायी व्यवहार के लिए ‘सजग’ कार्यक्रम, तीसरे सप्ताह में शिशु देखभाल, अन्नप्राशन दिवस एवं चौथे व पांचवे सप्ताह में वृद्धि निगरानी द्वारा अतिकुपोषित बच्चों की पहचान, 3-6 वर्ष के बच्चों के साथ केंद्र में चित्रांकन प्रतियोगिता का संचालन जैसे कार्यक्रमों का संचालन करवाया जाएगा.

विभिन्न विभागों द्वारा मिलेगा सहयोग :
पोषण माह के सफल संचालन के लिए समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) विभाग को अन्य विभागों व लोगों का भी सहयोग मिलेगा. इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, पीएचईडी इत्यादि के साथ-साथ राष्ट्रीय पोषण अभियान के लिए जिला में कार्यरत जिला समन्वयक, जिला परियोजना सहायक, स्वास्थ्य भारत प्रेरक, पिरामल फाउंडेशन, केयर इंडिया व यूनिसेफ द्वारा भी आवश्यक सहयोग लिया जाएगा.