कोरोना वायरस से बचाव के लिए सेविकाएं कर रही हैं गर्भवती महिलाओं को जागरूक
गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार लेने से एनीमिया से होगा बचाव
व्हाट्सएप के माध्यम से स्वस्थ रहने की दी जा रही सलाह
पूर्णिया(बिहार)एक तरफ कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य महकमा हर संभव प्रयास कर रहा है. तो दूसरी तरफ अन्य जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रखने का भी प्रयास किया जा रहा है. लॉकडाउन की स्थिति में कई जरुरी सेवाएं बाधित भी हुयी है. इसे ध्यान में रखते हुए ज़िले के सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा व्हाट्सएप मैसेज व फोन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं व किशोरियों को जरुरी सलाह दी जा रही है. उन्हें खून की कमी के बारे में बताया जा रहा है. साथ ही घर पर कैसे एनीमिया से बचाव किया जा सकता है, इसके लिए आयरन युक्त आहार की जानकारी दी जा रही है.
पूर्णिया पूर्व ग्रामीण के लाइन बस्ती पश्चिम स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका रूबी कुमारी ने बताया गर्भवती महिलाओं या किशोरियों में खून की कमी को दूर करने के लिए चिकित्सक आयरनयुक्त दवा के साथ ही अन्य तरह की दवाइयां देते हैं. लेकिन खून की कमी को आयरन युक्त आहार के माध्यम से पूरा किया जा सकता है. इसको लेकर उनके द्वारा उनके पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाएं एवं किशोरियों को फ़ोन एवं व्हाट्सएप मैसेज के द्वारा जानकारी दी जा रही है. उन्होंने बताया वह अपने पोषक क्षेत्र के गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों को हरि सब्जी, पालक व बथुआ का साग, चना एवं गुड जैसे पौष्टिक आहार खाने के लिए सलाह दे रही हैं. साथ ही दूध एवं फल की उपलब्धता होने पर इसके सेवन के भी विषय में भी जानकारी दे रही हैं.
खून की कमी दूर करने के लिए आहार पर दें ध्यान:
घर पर रहकर भी एनीमिया से बचाव संभव है. इसके लिए आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल कर आयरन की कमी पूरी की जा सकती है. पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स व आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे- सेम, मसूर, टोफू, किशमिश, खजूर, अंजीर, खुबानी, छिलका युक्त आलू, ब्रोकली, गांठ गोभी, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, ब्रेड, अखरोट-मूंगफली, अंकुरित बीज, गुड़, दलिया, जौ और आयरन फोर्टीफाइड अनाज खाने से शरीर में खून की कमी नही होती हैं। प्रसव से पूर्व पौष्टिक आहार खाएं, जिसमें प्रोटीन, आयरन व विटामिन भरपूर मात्रा में होती हो जो बहुत लाभदायक होता है.गाजर, टमाटर, चुकंदर का सलाद एवं केला खाने से भी खून की कमी दूर होती हैं। वहीं खजूर भी गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। खून की कमी को दूर करने के लिए पांच खजूर को एक गिलास गर्म दूध में डाल कर कुछ समय के लिए छोड़ दे उसके बाद खजूर को खाने व दूध पीने से गर्भवती महिलाओं के शरीर में खून की पूर्ति होती है. साथ ही स्वास्थ्य भी बेहतर होता है.
लक्षण के आधार पर एनीमिया की करें पहचान
• आँख के नीचे काला सर्किल का आना
• सीढ़ी चढ़ने पर या कार्य करने के दौरान थकावट का होना
• अत्यधिक कमजोरी महसूस होना
• भूख में कमी आना एवं बार-बार तबीयत खराब होना