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हकेंवि में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों का हुआ आयोजन

हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ के समाजशास्त्र विभाग द्वारा विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विभाग द्वारा इस अवसर पर भाषण, पोस्टर मेकिंग व प्रश्नोत्तरी आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर.सी. कुहाड़ ने संदेश के माध्यम से कहा कि भारतीय समाज में सही मायने में महिला सशक्तिकरण लाने के लिये महिलाओं के खिलाफ बुरी प्रथाओं के मुख्य कारणों को समझना और उन्हें हटाना होगा। उन्होंने कहा कि जरुरत है कि हम महिलाओं के लिए पुरानी सोच को बदले और संवैधानिक व कानूनी प्रावधानों में भी बदलाव लाये। साथ ही अच्छे संस्कारों के माध्यम से भी समाज को सही दिशा दी जा सकती है।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में विभाग के सहायक आचार्य डॉ. युद्धवीर जैलदार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की प्रासंगिकता का वर्णन करते हुए बताया कि सकारात्मक सामाजिकरण महिला सशक्तिकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय की सहायक आचार्य डॉ. टी. लोंगकोई ने महिला सशक्तिकरण में समानता, महिला के अधिकारों के विषय में जागरूकता व पुरूषों को महिलाओं के प्रति सोच बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया। विभाग की सहायक आचार्य सुश्री तन्नवी भाटी ने समाज में बढ़ रही जेंडर विषमता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुरूषों व महिलाओं के बीच आपसी तालमेल से ही समाज को सशक्त बनाया जा सकता है।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए हुए गाँव की सुश्री सुमन राजपूत, विष्णु तंवर व सीताराम तंवर विशेष आमन्त्रित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सुश्री सुमन राजपूत ने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनों को जन-जन तक पहुँचाकर महिलाओं को सशक्त किया जा सकता है। कार्यक्रम का समन्यव समाजशास्त्र विभाग की सहायक आचार्य डॉ. टी. लोंगकोई ने किया तथा मंत्र का संचालन विभाग के विद्यार्थियों शालू यादव, नरेन्द्र व वनशवी ने किया।